प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आम चुनाव में जीत हासिल करने की उम्मीद में रणनीति बनाने में जुटे विपक्षी दलों को मनोवैज्ञानिक झटका देते हुए आज कहा कि वह अगले साल लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित कर सबके समक्ष देश की प्रगति का विवरण पेश करेंगे।
श्री मोदी ने 77वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीन से राष्ट्र को संबोधित करते हुए अपने 10 साल की कार्यकाल में हुए कार्यों की प्रगति का विवरण देते हुए कहा कि अगले साल वह फिर आ हैं और इस कार्यकाल में वह देश को दुनिया की नई शक्ति के रूप में स्थापित कर पांच साल में भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी शक्ति बना देंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अगले साल जब वह लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करेंगे तो देश के विकास के अपने कार्यों का पूरा विवरण देंगे और अगले पांच साल में देश कहां होगा इसका खाका अभी पेश करेंगे।
उन्होंने देश की प्रगति में भ्रष्टाचार परिवारवाद और तुष्टीकरण को बड़ी बाधा बताती हुए इन्हें तीन बड़ी बुराई बताया और इन तीनों बुराइयों से देश को मुक्त कराने की अपील करते हुए कहा “भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण देश के विकास के लिए सबसे बड़ी समस्या है। गरीब, पिछड़े, आदिवासियों और पसमांदा मुसलमानों का हक छिनती हैं और इन्हें हमें जड़ से मिटाना होगा।”
प्रधानमंत्री ने कहा “आज भारत को जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी का अवसर प्राप्त हुआ है। बीते वर्ष में जिस प्रकार भारत के कोने-कोने में जी-20 के अनेक आयोजन हुए, उससे दुनिया को भारत के सामान्य जन के सामर्थ्य, भारत की विविधता का परिचय हुआ है।”