चलिए किसी ने तो क्रांति का आरंभ किया।
समग्र हिंदू संघ ने उपायुक्त को लगभग डेढ़ साल पहले हिंदू-मुस्लिम संप्रदाय के बीच प्रशासनिक मध्यस्तता से हुई सहमति याद दिलाई।
हर तरफ से घुट रहे गुरुग्राम की ज़मीन से अवैध अतिक्रमण और जुम्मे की नमाज़ के बहाने सरकारी जमीन, सड़कों पर बेजा कब्जे अब से 15 दिन बाद हो नहीं पायेंगे ऐसा विश्वास बन रहा है। समुदाय विशेष ने हालिया कुछ वर्षों में देश राज्यों की जो दुर्गति की हुई है अब उनकी नाक में नकेल डालने के लिए लोग उठ खड़े हुए हैं। हर जगह कब्ज़ा हर जगह एंटी नेशनल गतिविधियां हर जगह उन्माद हर जगह दहशतगर्दी हर जगह नफरत हर जगह पावर प्ले का वहशी खेल की तस्वीर अब बदल जायेगी ऐसा अनुमान है।

घुसपैठियों को उनकी सही जगह दिखाना जरूरी हो गया है।
दिल्ली हरियाणा उत्तर प्रदेश राजस्थान मणिपुर बंगाल अरुणाचल प्रदेश उत्तराखंड कश्मीर तक सब इस जेहादी कोढ़ से त्रस्त हैं और स्थानीय प्रशासन के लगातार फेल होने के कारण लोगों का गुस्सा अब बाहर आने लगा है। विध्वंसक विस्फोटक टूल किट वाले जेहादी मानसिकता का मास्टर प्लान बेशक 2024 के चुनावों तक देश में आतंक मचाना ही नहीं है साथ ही सनातन धर्म को मिटाना, हिंदू को डराना, सहिष्णुता, शांति, उन्नति, प्रगति, पहचान और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की बनी साख को बट्टा लगाना भी है जिसमे ठगबंधन रूपी गुलाम इंडिया ब्रांड सारे चेहरे एक साथ मिल कर काम कर रहे हैं। उन्हें देश की सुरक्षा, लोगो के जीवन, सम्मान या संप्रभुता से कोई सरोकार नहीं है बस मतलब है तो अपने राजतिलक से।

ऐसे में जबकि पूरे देश पर विकट संकट हो तब हर एक जिम्मेदार नागरिक, एक जागरूक समाज की अपनी कोशिश भी अनिवार्य हो जाती है। गुरुग्राम मेंशुरुआत की है समग्र हिंदू सेवा संघ ने दो जुमे के बाद खुले में नमाज पढ़ने पर रोक लगाने का संकेत दिया है। इसके लिए संघ ने बुधवार को जिला उपायुक्त निशांत यादव को ज्ञापन सौंपा। साथ ही अगले 15 दिन में अवैध मास विक्रेताओं और रेहड़ी पटरी वालों पर नकेल कसने की भी बात कही है।
समग्र हिंदू संघ ने उपायुक्त को लगभग डेढ़ साल पहले हिंदू-मुस्लिम संप्रदाय के बीच प्रशासनिक मध्यस्तता से हुई सहमति याद दिलाई। संघ के प्रतिनिधियों ने कहा कि छह दिसंबर 2021 को संयुक्त हिंदू संघर्ष समिति और मुस्लिम इमाम संगठन के बीच जिला प्रशासन की उपस्थिति में खुले में नमाज बंद करने पर सहमति बनी थी। उस दौरान जिला इमाम संगठन ने अति अल्प समय के लिए छह स्थानों पर खुले में नमाज पढ़ने की स्वीकृति मांगी। इमाम संगठन ने लिखित आश्वासन दिया कि जल्द ही इन छह स्थानों को मुक्त कर अन्य स्थान पर नमाज पढ़ी जाएगी। वर्तमान में 18 महीने बीतने के बाद भी इन जगहों पर नमाज बंद नहीं की गई।

संघ के प्रतिनिधियों ने बताया कि 24 से अधिक संगठनों को मिलाकर समग्र हिंदू सेवा संघ बना है। संघ ने सभी संगठनों की ओर से आगामी 11 अगस्त की जुमे की नमाज से पहले सार्वजनिक नमाज पर रोक लगाने की मांग की। साथ ही अल्टीमेटम देते हुए कहा कि प्रशासन की नाकामी पर हिंदू समाज गैर कानूनी काम पर रोक लगाने के लिए आगे आएगा। इसके लिए तीव्र विरोध और आंदोलन करने के लिए संघ तैयार होगा।
जिला उपायुक्त निशांत कुमार ने बताया कि जिले में अभी चार सार्वजनिक जगहों पर नमाज पढ़ी जा रही है। प्रयास रहेगा कि जल्द ही मस्जिद, वक्फ बोर्ड, इबाबत गाह और निजी स्थानों पर नमाज पढ़ी जाए। किसी जगह को लेकर विवाद न हो, यह ध्यान रखा जाएगा।

रेहड़ी-पटरी वालों पर 15 दिन में नकेल लगाने की मांग
सोहना चौक से रेलवे स्टेशन, डाक खाना चौक से सेक्टर 4-7, पटौदी चौक से बसई चौक, सोहना चौक से बस स्टैंड की सड़कों पर अतिक्रमण कर रेहड़ी पटरी लगाने वालों पर नकेल कसने की मांग की। संघ ने अवैध दुकानों को तत्काल हटाने की मांग की। सरकार के अतिक्रमण हटाओ एजेंडे के तहत कार्रवाई की मांग की।

अवैध मीट की दुकानों पर भी लगाई जाए रोक
बगैर लाइसेंस चल रहीं अवैध मीट की दुकानों पर रोक लगाने की मांग भी संघ ने की। विद्यालय और मंदिरों के पास इस गतिविधि पर विशेष रोक की मांग की। इसके लिए प्रशासन को 15 दिन का समय दिया गया है। संघ के पदाधिकारियों में संरक्षक महावीर भारद्वाज, नत्थू सिंह सरपंच, ब्रह्म प्रकाश कौशिक, राजीव मित्तल, कुलभूषण भारद्वाज, चेतन शर्मा, नरेश कटारिया, डा अंजू रावत नेगी, कृष्ण भारद्वाज दौलताबाद, राम अवतार शर्मा, रिनु गुप्ता, जितेन्द्र शीतला कालोनी, गौरव, कृष्ण शर्मा मौजूद रहे।