विचारणीय
आज तक यह समझ मैं नहीं आ रहा कि लोग भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे हैं, पर यह नहीं बता रहे हैं कि भारत टूटा कहां से है।
क्या धारा 370 हटाने से भारत टूट गया
क्या राम मंदिर निर्माण से भारत टूट गया
क्या काशी विश्वनाथ कारी डोर बनाने से भारत टूट गया
क्या महाकाल लोक बनाने से भारत टूट गया।
क्या चारों धाम के विकास से भारत टूट गया
क्या भारत के प्रधानमंत्री के मंदिर जाने से भरत टूट गया
क्या प्रधानमंत्री द्वारा अयोध्या में मंदिर के भूमि पूजन से भारत टूट गया
क्या कश्मीर में अलगाववादियों को जेल में बंद करने से भारत टूट गया
क्या कश्मीर मैं हुर्रियत के नेताओं की वीआईपी सेवा बंद करने से उनको जेल में डालने से भारत टूट गया
क्या आतंकवादियों को मारने के लिए सेना को खुली छूट देने से भरत टूट गया
क्या यूपी में जिस आजम खान की भैंस वहां की सरकार ढूंढा करती थी, आजम खान के बगैर यूपी में पत्ता नहीं हिलता था उसकी अवैध संपत्ति जप्त करने से भारत टूट गया
क्या यूपी में अंसारी जैसे माफिया को जेल होने से भारत टूट गया
क्या भारत की प्रथम महिला राष्ट्रपति महोदया के द्वारा, जगन्नाथ मंदिर के 2 किलोमीटर पैदल चलकर दर्शन करने से भारत टूट गया
क्या अयोध्या में त्रेता युग जैसी दीपावली मनाने से भारत टूट गया
क्या राष्ट्रपति भवन और प्रधानमंत्री आवास मैं ईद मिलन समारोह बंद होने से भारत टूट गया
सोचिएगा जरूर
भारत टूटा है, या जुड़ा है
यह भारत जोड़ो यात्रा नहीं
बल्कि परिवार बचाओ, विरासत बचाओ यात्रा है
भारत माता की जय
वंदे मातरम
चित्रा सिंह इंदिरापुरम
This is true indeed!
We must open our eyes now and see through with more clarity.
People with multi faces are only getting puzzeled ,feeling un comfortable and un protected.
They are joining hands with others against whom they were having all scores to be settled.
Absolutely true 👍🏻