Breaking News : केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद छोड़ने का किया ऐलान

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केजरीवाल ने कहा- 2 दिन में इस्तीफा दूंगा Corrupt Delhi CM Kejriwal to resign finally

दिल्ली की आम आदमी पार्टी के भ्रष्टाचारी सरदार केजरीवाल दुनिया भर की लानत मलामत फजीहत के बाद एससी  से बेल की 6 बड़ी शर्तों के साथ अपने 100 करोड़ के झोपड़े में लौटे हैं।  केजरी को बेल के 24 घंटे बाद एक नया पैंतरा मिला है अपनी कुर्सी पर किसी उल्लू या उल्ली को बैठा कर शासन जारी रखने का। इस्तीफा दे कर अपने किसी पिट्ठू को सीएम बना कर कठपुतली राज चलाने का। अब देखते हैं की अपने सोचे हुए पिट्ठू में से किसके नाम की लॉटरी वो खोलेंगे। 

आज एक paid जनसभा बुला कर ये एलान भी करवा दिया गया है। पर कुछ भी कहो दिल्ली की जनता बेमौसम की लंबी बारिशों के बाद अब इस इस्तीफे की खबर को सुन कर ही झूम रही है। सिर्फ उन को छोड़ कर जिन्हे सिर्फ वोट बैंक के खेल के तहत दिल्ली का मुफ्त नागरिक बनाया और अरबों की सरकारी ज़मीन पर मुफ्त बसाया गया। दिल्ली की भ्रष्ट सरकार अब क्या क्या रंग दिखाएगी ये आने वाले कुछ अरसे में साबित हो जायेगा लेकिन इनके सत्ता में रहते दिल्ली की दुर्गति तय है। 

नई दिल्ली, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आखिरकार अपने पद से इस्तीफा देने का फैसला कर लिया है। उन्होंने आज पार्टी कार्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में इसकी घोषणा कर दी। उन्होंने कहा कि वह दो दिन बाद अपने पद से इस्तीफा देंगे और जनता की अदालत में जाएंगे।

दिल्ली की तिहाड़ जेल से रिहा होने के बाद आज पार्टी मुख्यालय में उनके स्वागत का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस स्वागत कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की जनता, दिल्ली की जनता उन्हें ईमानदार मानती है। उन पर चल रहा मामला लंबा खिंच सकता है। उन्हें एक ऐसे मामले में जमानत मिली है, जिसमें जमानत मिलने की संभावना नहीं थी। अब उन्होंने फैसला किया है कि वह दो दिन बाद अपने पद से इस्तीफा देंगे। वह तब तक मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे, जब तक जनता अपना फैसला नहीं सुना देती।

उन्होंने कहा, “अगर आपको (जनता) लगता है कि मैं ईमानदार हूं, तो मुझे बड़ी संख्या में वोट दें। मैं अब चुने जाने के बाद ही मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठूंगा। चुनाव फरवरी में होने हैं। मेरी मांग है कि नवंबर में महाराष्ट्र चुनाव के साथ ही दिल्ली में चुनाव कराए जाएं। चुनाव होने तक पार्टी से कोई और मुख्यमंत्री रहेगा। अगले 2-3 दिनों में विधायकों की बैठक होगी, जिसमें अगला सीएम तय किया जाएगा।”

मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने जेल जाने पर इस्तीफ़ा इसलिए नहीं दिया क्योंकि वे जनतंत्र को बचाना चाहते थे। जेल से इस्तीफ़ा देने पर विपक्ष के सभी मुख्यमंत्रियों को जेल में डाल कर सरकार गिरा देते। वे विपक्ष के सभी मुख्यमंत्रियों से विनती करते हैं कि अगर आपको जेल में डालें तो इस्तीफ़ा मत देना क्योंकि हमने दिखाया है जेल से सरकार चल सकती है।

केजरीवाल ने कहा कि भाजपा को लग रहा था कि उन्हें जेल भेजकर आम आदमी पार्टी तोड़ देंगे। विधायकों को तोड़कर दिल्ली और पंजाब में सरकार गिरा देंगे। इनकी साज़िशों के ख़िलाफ़ आम आदमी पार्टी लड़ रही है।

मनीष सिसोदिया नहीं बनेंगे मुख्यमंत्री, मंच से केजरीवाल ने किया ऐलान

दिल्ली की तिहाड़ जेल से जमानत पर बाहर आने के दो दिन बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बड़ा ऐलान कर दिया। अरविंद केजरीवाल ने ना सिर्फ मुख्यमंत्री पद छोड़ने की बात कह डाली, इसके साथ ही दिल्ली के अगले मुख्यमंत्री के नाम को लेकर भी इशारा किया।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को पार्टी मुख्यालय में आम आदमी पार्टी (आप) के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान केजरीवाल ने सीएम पद से इस्तीफा देने की घोषणा की। उन्होंने मंच से साफ कर दिया कि मनीष सिसोदिया दिल्ली के मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे।

केजरीवाल ने कहा कि मेरे इस्तीफा देने के बाद आम आदमी पार्टी का कोई नेता सीएम बनेगा। अगले दो-तीन दिन के अंदर विधायक दल की बैठक होगी। उसमें सीएम के नाम का ऐलान किया जाएगा। मनीष सिसोदिया का भी कहना है वो दिल्ली के डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री का पद तभी संभालेंगे, जब दिल्ली की जनता कहेगी, सिसोदिया ईमानदार हैं। मेरा और मनीष सिसोदिया का फैसला आपके हाथ में है। हम जनता की अदालत में जा रहे हैं।

केजरीवाल ने कहा कि मुझ पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं और मैं अग्नि परीक्षा देने को तैयार हूं। अगले दो दिन बाद पद से इस्तीफा देने जा रहा हूं। मैं तब तक सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा, जब तक जनता अपना फैसला नहीं सुना दे। मैं गली-गली, घर-घर जाऊंगा। कुछ महीने बाद दिल्ली विधानसभा के चुनाव हैं। आपको लगता है कि केजरीवाल ईमानदार हैं तो मेरे पक्ष में वोट दें, अगर लगता है कि केजरीवाल गुनाहगार है तो मुझे वोट मत दें। अगर आप मुझे वोट देकर जिताएंगे और कहेंगे कि केजरीवाल ईमानदार है, तो चुनाव के बाद मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठूंगा। उससे पहले मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा।

केजरीवाल ने कहा कि इनका फॉर्मूला है कि जहां-जहां चुनाव हारे, वहां-वहां के मुख्यमंत्रियों पर फर्जी केस दर्ज करके गिरफ्तार कर लो और सरकार गिरा दो। इन्होंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री, केरल के मुख्यमंत्री, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री पर भी केस कर रखे हैं। अगर मैं इस्तीफा दे देता, ये विपक्ष के एक भी मुख्यमंत्री को नहीं छोड़ते, फर्जी केस बनाकर जेल में डाल देते। सबकी सरकार गिरा देते।

केजरीवाल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की एक बेंच ने सरकार से पूछा है कि जेल के अंदर से सरकार क्यों नहीं चलती सकती? उन्होंने कहा कि जेल के अंदर से सरकार चल सकती है। मैं देश के सभी गैर भाजपाई मुख्यमंत्री से हाथ जोड़कर विनती करना चाहता हूं कि अगर आपको केंद्र सरकार फर्जी केस करके जेल में डाले तो किसी हालत में इस्तीफा मत देना, जेल से सरकार चलाना। हमारे लिए पद जरूरी नहीं है, हमारे लिए संविधान और लोकतंत्र जरूरी है।

उन्होंने जिक्र किया कि भारी बहुमत से जीती सरकार, एक बार 70 में से 67 सीट आई और फिर 70 में से 62 सीटें आई। आप उठाकर जेल में बंद कर दोगे और कहोगे कि इस्तीफा दो। मैं सारे मुख्यमंत्रियों से आज हाथ जोड़कर विनती करना चाहता हूं कि इनका यह नया फॉर्मूला भी आम आदमी पार्टी ने फेल कर दिया।

केजरीवाल ने दिल्ली के स्कूलों का जिक्र करते हुए कहा कि 16 लाख बच्चे दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ते थे। सरकारी स्कूलों की हालत बहुत खराब थी। टूटे-फूटे स्कूल थे, कोई पढ़ाई नहीं होती थी। हमने 18 लाख बच्चों के लिए बीते 10 सालों में अच्छे स्कूल बना कर दिए हैं और हम ऐसा इसलिए कर पाए क्योंकि हम ईमानदार हैं। आज अगर किसी के घर में कोई बीमार हो जाए और प्राइवेट अस्पताल में ले जाएं तो लाखों रुपए का बिल आता है। हमने दिल्ली के अंदर हर सरकारी अस्पताल को शानदार बनाया। नए अस्पताल खोले, गली-गली मोहल्ला क्लीनिक खोलकर सबका इलाज, सबकी दवाई मुफ्त कर दी। आज जब दिल्ली की महिलाएं बस में सफर करती हैं तो उनकी टिकट नहीं लगती। दिल्ली में फ्री बिजली मिल रही है। देश में कई सरकारें घाटे में चल रही है, लेकिन दिल्ली की सरकार यह सब सुविधा देने के बावजूद फायदे में है।

दिल्ली की जनता अपने हाथ में लिखेगी मेरा केजरीवाल ईमानदार है : राघव चड्ढा

शराब घोटाले में जमानत मिलने के दो दिन बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने रविवार को बड़ा ऐलान किया। उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की घोषणा की। केजरीवाल के इस फैसले पर आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने अग्निपरीक्षा देने का फैसला किया है। 2025 के विधानसभा चुनाव में दिल्ली की जनता उस चुनाव के माध्यम से अपने मुख्यमंत्री को ईमानदार घोषित करेगी।

मीडिया से रूबरू आप सांसद राघव चड्ढा ने कहा, ”मुख्यमंत्री जी अग्निपरीक्षा से गुजरने के लिए तैयार हैं। अब यह दिल्ली की जनता के हाथ में है कि वह ईमानदार हैं या नहीं। अरविंद केजरीवाल ने 2020 में काम के नाम पर वोट मांगे थे और कहा था कि अगर मैंने काम किया है तो मुझे वोट दें, अगर मैंने काम नहीं किया है तो मुझे वोट न दें। आज उन पर आरोप लगाए गए, मुख्यमंत्री ने अग्निपरीक्षा देने का फैसला किया है।”

उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली की जनता ‘आप’ को वोट देकर मुख्यमंत्री को ईमानदार घोषित करेगी और आने वाले 2025 के विधानसभा चुनाव में दिल्ली की जनता अपने मुख्यमंत्री को ईमानदार घोषित करेगी। जैसे फिल्म दीवार में अमिताभ बच्चन के हाथ में लिखा था ठीक उसके उलट दिल्ली की जनता अपने हाथ में लिखेगी। मेरा केजरीवाल ईमानदार है।”

वहीं, दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा, “अरविंद केजरीवाल ने ईमानदारी और सम्मान हासिल किया है। उन पर जो इल्जाम लगे हैं इसके बाद वह जनता की अदालत में जाएंगे और फैसला जनता के हाथ में है।”

सीएम केजरीवाल ने आप कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मंच से कहा कि मैं 2 दिन बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने जा रहा हूं और मैं तब तक मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा, जब तक जनता अपना फैसला नहीं सुना देती है। मैं हर घर और गली में जाऊंगा और जब तक जनता का फैसला नहीं मिल जाता, केजरीवाल ईमानदार है, तब तक सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा। आज से कुछ महीने बाद दिल्ली में चुनाव है, मैं जनता से अपील करना चाहता हूं अगर आपको लगता है कि केजरीवाल ईमानदार है, मेरे पक्ष में वोट दे देना, अगर आपको लगता है केजरीवाल गुनहगार है तो मुझे वोट मत देना। अगर आप मुझे वोट देकर जिताएंगे और आप कहेंगे कि केजरीवाल ईमानदार है, तो चुनाव के बाद में मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठूंगा। उससे पहले मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा।

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