प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि जी-20 के सफल आयोजन से भारत के प्रति दुनिया भर में रुचि बढ़ी है और पर्यटन को बढ़ावा मिलने से रोजगार के अवसर बढ़ते हैं।
श्री मोदी ने रविवार को आकाशवाणी पर अपने मासिक कार्यक्रम मन की बात की 105 वीं कड़ी में राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि पर्यटन को कुछ लोग सिर्फ सैर-सपाटे के तौर पर देखते हैं, लेकिन पर्यटन का एक बहुत बड़ा पहलू ‘रोजगार’ से जुड़ा है। सबसे कम निवेश में सबसे ज्यादा रोजगार, अगर कोई क्षेत्र पैदा करता है, तो वह पर्यटन क्षेत्र है। पर्यटन क्षेत्र को बढ़ाने में किसी भी देश के लिए सद्भावना महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि बीते कुछ वर्षों में भारत के प्रति आकर्षण बहुत बढ़ा है और जी-20 के सफल आयोजन के बाद दुनिया के लोगों की रुचि भारत में और बढ़ गयी है। जी -20 में एक लाख से ज्यादा प्रतिनिधि भारत आए। वे यहाँ की विविधता, अलग-अलग परम्पराएं, भांति-भांति का खानपान और धरोहरों से परिचित हुए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यहाँ आने वाले प्रतिनिधि अपने साथ जो शानदार अनुभव लेकर गए हैं, उससे पर्यटन का और विस्तार होगा। भारत में एक से बढ़कर एक विश्व धरोहर स्थल
भी हैं और इनकी संख्या लगातार बढती जा रही है। कुछ ही दिन पहले शान्तिनिकेतन और कर्नाटक के पवित्र होयसड़ा मंदिरों को विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया है। कर्नाटक के जिन होयसड़ा मंदिरों को यूनेस्को ने विश्व धरोहर सूची में शामिल किया है, उन्हें,13वीं शताब्दी के बेहतरीन वास्तु कला के लिए जाना जाता है। इन मंदिरों को मान्यता मिलना, मंदिर निर्माण की भारतीय परंपरा का भी सम्मान है। भारत में अब विश्व धरोहर स्थल की कुल संख्या 42 हो गई है। भारत का प्रयास है कि हमारे ज्यादा-से-ज्यादा ऐतिहासिक और सांस्कृतिक जगहों को विश्व धरोहर स्थल की मान्यता मिले।
उन्होंने कहा, “जब भी आप कहीं घूमने जाने की योजना बनाएं, तो ये प्रयास करें कि भारत की विविधता के दर्शन करें। आप अलग-अलग राज्यों की संस्कृति को समझें, धरोहर स्थल को देखें। इससे आप अपने देश के गौरवशाली इतिहास से तो परिचित होंगे ही, स्थानीय लोगों की आय बढ़ाने का भी आप अहम माध्यम बनेंगे।