शनिवार से यहां शुरू होने वाले दो दिवसीय जी-20 शिखर सम्मेलन से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्वास व्यक्त किया है कि यह सम्मेलन मानव केंद्रित और समावेशी विकास का नया मार्ग प्रशस्त करेगा।
श्री मोदी ने जी 20 शिखर सम्मेलन शुरू होने से एक दिन पहले शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ कहा कि देश ऐतिहासिक भारत मंडपम में नौ और 10 सितंबर को 18 वें जी 20 शिखर सम्मेलन के आयोजन को लेकर उत्साहित है।
उन्होंने कहा, “जी-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन पहली बार भारत में हो रहा है। मैं विश्व नेताओं के साथ अगले दो दिन के दौरान सार्थक चर्चा को लेकर उत्सुक हूं। मुझे दृढ़ विश्वास है कि दिल्ली में हो रहा जी-20 शिखर सम्मेलन मानव केंद्रित और समावेशी विकास का नया मार्ग प्रशस्त करेगा।
उल्लेखनीय है कि 18 वां जी-20 शिखर सम्मेलन नौ और 10 सितंबर को प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में आयोजित किया जा रहा है। इसके लिए ज्यादातर सदस्य देशों के नेता यहां पहुंच चुके हैं।
महिलाओं के नेतृत्व में विकास पर जोर दिया भारत ने
जी-20 की भारतीय अध्यक्षता में नारी सशक्तीकरण की मुहिम को बल देते हुए ‘महिलाओं के नेतृत्व में विकास’ पर जोर दिया गया है। जी-20 शेरपा अमिताभ कांत ने शुक्रवार को यहां एक जी-20 शिखर बैठक के पूर्वावलोकन संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भारत की अध्यक्षता में छह मुद्दों पर प्रमुखता से जोर दिया गया है जिनमें एक ‘महिलाओं के नेतृत्व में विकास’ रहा है।
उन्होंने कहा कि आधी आबादी को निर्णय प्रक्रिया और विकास प्रक्रिया पर शामिल करने के लिए विचार विमर्श किया गया है। भारत का मानना है कि इसका वैश्विक विकास पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। जी- 20 की शिखर बैठक कल से यहां आरंभ हो रही है।
उन्होंने कहा कि पिछले साल दिसंबर में भारत ने जी -20 की अध्यक्षता ग्रहण की थी और उसके बाद लगभग 200 बैठकें आयोजित की गयी हैं। इन बैठकों में विभिन्न बैठकों में सहमति बनाने का प्रयास किया गया है।