Health Alert -हीमोग्लोबिन कम : मतलब बीमारियों को न्यौता –

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सेहत- शरीर में खून की कमी होने से न हो परेशान, अपनाएं यह उपाय.

Based in New Delhi , Doctor Deeksha Tyagi MD (UKR), Her Impressive qualifications includes Infertility Imaging Expert, Dip. IVF Reproductive Medicine (Germany), ART Training (Belgium, Israel) is India’s most prominent and seasoned Female Healthcare Specialist and Senior consultant. With her extensive expertise in handling complex cases, Dr. Tyagi excels in women healthcare with remarkably vast career span with renowned National and International Hospitals. Apart from her hospital affiliations Dr. Deeksha Tyagi is actively engaged in cause oriented programs for social health, Fit India movement, women health awareness pursuits etc.

देश की सुप्रसिद्ध वरिष्ठ महिला रोग विशेषज्ञ डॉक्टर दीक्षा त्यागी आज आपको दे रहीं हैं ऐसे सुपर हेल्थ सूत्रा जो ना सिर्फ अनियमित हीमोग्लोबिन की समस्या को दूर करेंगे साथ ही आपकी पूरी फिटनेस और स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में आपकी तेजी से मदद करेंगे। बस इनके बताए गए आसान हेल्थ टिप्स को अपनाइए और सुपर फिट हो जाइए। 

डॉक्टर दीक्षा वरिष्ठ चिकित्सक होने के साथ साथ जानी मानी स्वास्थ्य सलाहकार भी हैं अपनी चिकित्सा प्रणाली में डॉक्टर दीक्षा त्यागी ने अपने विस्तृत कार्यकाल में रोगी पर दवाइयों के प्रभाव के साथ साथ शारीरिक ही नहीं उनके बल्कि मानसिक, वैचारिक और अंतर्मन के स्वास्थय की स्तिथि पर भी गहन अध्ययन किया है। और पाया की उत्तम स्वास्थ्य के लिए बहुत सारे कारक एक साथ मिलकर काम करते हैं जिनमे भोजन यानी फूड हैबिट्स बेहद महत्वपूर्ण हैं । उन्होंने यहां भोजन में जरूरी बदलाव कर के आप हीमोग्लोबिन की कमी की पूर्ति कैसे करेंगे इस पर मार्गदर्शन किया है। 

ध्यान दिया जाए तो फिट रहना आसान है और लापरवाही बरती जाए तो बेहद मुश्किल… आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में सही और संतुलित खान-पान ना होने से शरीर को सैंकड़ों बीमारियां जकड़ लेती हैं। इसके बाद शुरू होता है अस्पताल के चक्कर लगाना, तमाम मेडिकल टेस्ट और रुटीन चेकअप कराने का सिलसिला…

डॉक्टरों के मुताबिक, शरीर में हीमोग्लोबिन का लेवल 12gm/dL से कम नहीं होना चाहिए. शरीर में खून की कमी होने से कई प्रकार की बीमारियां हो सकती हैं. बच्चों में एनीमिया होने पर उनका शारिरिक विकास सही से नहीं हो पाता है.

शरीर में हीमोग्लोबिन कम होने का मतलब अनेकों बीमारियों को न्यौता देना है। बता दें, हीमोग्लोबिन एक आयरन युक्त प्रोटीन है। बिना आयरन के शरीर में हीमोग्लोबिन नहीं बन सकता। हीमोग्लोबिन खून को उसका लाल रंग देता है। यह फेफड़ों से ऑक्सीजन लेकर शरीर के दूसरे हिस्सों में पहुंचाता है।

अगर शरीर में आयरन की कमी होगी तो हीमोग्लोबिन कम होगा, जिससे शरीर को मिलने वाले ऑक्सीजन में भी कमी होने लगेगी। पुरुषों की मुकाबले महिलाओं में आयरन की कमी ज्यादा देखने को मिलती है। पुरूषों में सामान्य हीमोग्लोबिन 13.5-17.5 ग्राम और महिलाओं में 12.0-15.5 ग्राम प्रति डीएल होना चाहिए। शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी होना एनीमिया कहलाता है।

गर्भवती महिलाओं में एनीमिया की वजह से होने वाले बच्चे पर असर पर सकता है. बच्चों में इस बीमारी से उनके विकास में बाधा आ सकती है. जबकि, किशोरों को कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. खून की कमी होने से सीजनल और संक्रामक बीमारियों का खतरा भी काफी बढ़ जाता है.

डॉक्टरों के मुताबिक, शरीर में हीमोग्लोबिन का लेवल 12gm/dL से कम नहीं होना चाहिए. अगर लेवल इसके कम है और ये बढ़ नहीं रहा है तो इसका मतलब है कि एनीमिया हो गया है, हालांकि ऐसा नहीं है कि एक बार हीमोग्लोबिन का लेवल कम हो जाए तो इसे ठीक नहीं किया जा सकता. खानपान और लाइफस्टाइल में बदलाव से इसके स्तर को सामान्य किया जा सकता है.

डॉ. बताते हैं कि अगर शरीर में हमेशा थकावट बनी रहती है.चेहरे का रंग पीला दिखता है. बहुत जल्द बीमारी पड़ते हैं. शरीर में खून की कमी होने से किडनी के फंक्शन पर भी असर पड़ता है. इसके अलावा कैंसर जैसी घातक बीमारी भी हो सकती है.

ऐसे बढ़ाएं हीमोग्लोबिन

डॉ. के मुताबिक, खानपान का ध्यान रखने से शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा को बढ़ाया जा सकता है. इसके लिए जरूरी है कि अपने भोजन में चकूंदर और गाजर को शामिल करें. इसके अलावा ड्राई फ्रूट्स के सेवन से भी हीमोग्लोबिन का लेवल बढ़ सकता है.

आयरन(iron) की कमी

आयरन की कमी से हीमोग्लोबिन की मात्रा कम हो जाती है। सबसे आम कारण आयरन की कमी है और यह वृद्ध व्यक्तियों और शाकाहारियों में सबसे अधिक प्रचलित है।

पर्याप्त धूप का अभाव

सूर्य की किरणों के पर्याप्त संपर्क में न आने से हीमोग्लोबिन की मात्रा कम होने से एनीमिया हो सकता है क्योंकि सूर्य के प्रकाश से हीमोग्लोबिन का उत्पादन बढ़ जाता है।

क्रोनिक किडनी रोग

कम हीमोग्लोबिन की गिनती क्रोनिक किडनी रोग की एक सामान्य जटिलता है। क्रोनिक किडनी रोग के अन्य लक्षणों में नोसेया, थकान और मांसपेशियों में ऐंठन शामिल हैं।

विटामिन की कमी से एनीमिया

स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन के लिए शरीर को विशिष्ट फोलेट (follate), विटामिन B -12 और विटामिन सी की आवश्यकता होती है। यदि आप पर्याप्त फोलेट, विटामिन B-12, या विटामिन सी का सेवन नहीं करते हैं, या यदि आपके शरीर को इन विटामिनों को अवशोषित या संसाधित करने में कठिनाई होती है, तो विटामिन की कमी से एनीमिया हो सकता है।

कैंसर

कुछ कैंसर, शरीर में रेड ब्लड सेल्स के उत्पादन की क्षमता को प्रभावित कर सकते हैं। बोन मेरो में फैलने वाले कैंसर भी कम हीमोग्लोबिन की गिनती का कारण बन सकते हैं। एनीमिया होने पर खून की कमी जैसे अल्सर, ट्यूमर, बवासीर या नियमित रूप से रक्तदान करना भी निम्न स्तर का कारण बन सकता है शरीर में दिखने लगते हैं ये लक्षण, तुरंत लें डॉक्टरों से सलाह

शरीर में खून की कमी होने के कारण:

1. पोषक तत्वों की कमी

2. आयरन की कमी

3. विटामिन बी-12 की कमी

4. फॉलिक एसिड की कमी

5. स्मोकिंग

6. एजिंग

7. ब्लीडिंग

हीमोग्लोबिन कम होने के लक्षण:

-जल्दी थकान होना

-त्वचा का फीका, पीला दिखना

-आंखों के नीचे काले घेरे होना

-सीने और सिर में दर्द होना

-तलवे और हथेलियों का ठंडा पड़ना

-शरीर में तापमान की कमी होना

-चक्कर और उल्टी आना, घबराहट होना

-पीरियड्स के दौरान अधिक दर्द होना

-सांस फूलना, धड़कनें तेज होना

-अक्सर टांगें हिलाने की आदत

-बालों का अधिक झड़ना

हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए ये खाएं:

अनार

एक अनार हमें सौ बीमारियों से लड़ने की क्षमता देता है। अनार आयरन कैल्शियम, सोडियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम और विटामिन से भरपूर होता है। अनार शरीर में खून की कमी को बेहद जल्द पूरा करता है।

चुकंदर

चुकंदर शरीर में खून की मात्रा बढ़ाने का रामबाण इलाज है। चुकंदर का जूस लगातार पीने से खून साफ रहता है और शरीर में खून की कमी भी नहीं होती। चुकंदर में आयरन के तत्‍व अधिक मात्रा में होते हैं, जिससे नया खून जल्दी बनता है।

केला

केले में मौजूद प्रोटीन, आयरन और खनिज शरीर में खून बढ़ाते हैं।

गाजर

लगातार गाजर का जूस पीने या गाजर खाने से शरीर में खून की कमी को पूरा किया जा सकता है।

अमरूद

पका अमरूद खाने से शरीर में हीमोग्लोबीन की कमी नहीं होती।

सेब

अगर आप एनीमिया से ग्रसित हैं तो सेब खाना लाभकारी रहेगा। सेब खाने से शरीर में हीमोग्लोबीन की मात्रा बढ़ती है।

अंगूर

अंगूर में विटामिन, पोटैशियम, कैल्शियम और आयरन भरपूर मात्रा में होता है। अंगूर में ज्यादा आयरन होने से यह शरीर में हीमोग्लोबीन बढ़ाने में सहायक है। अंगूर हमारी त्वचा के लिए भी बहुत फायदेमंद है।

संतरा

संतरा विटामिन-सी के अलावा फॉस्फोरस, कैल्शियम और प्रोटीन का बेहतरीन स्त्रोत है। संतरा खाने से शरीर में ना केवल खून बढ़ता है बल्कि खून साफ भी रहता है।

टमाटर

टमाटर सब्जी ही नहीं, बल्कि एक पौष्टिक और गुणकारी फल है। टमाटर में भरपूर मात्रा में कैल्शियम, फास्फोरस और विटामिन-सी होता है। टमाटर का सूप या टमाटर खाने से शरीर में खून की मात्रा बढ़ती है।

हरी सब्जियां और सलाद

शरीर में आयरन की कमी दूर करने के लिए पालक, सरसों, मेथी, धनिया, पुदीना, बथुआ, ब्रोकली, गोभी, बीन्स, खीरा खूब खाएं। शरीर में हीमोग्लोबीन बढ़ाने के लिए ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियां भोजन में शामिल करें। पालक के पत्तों में सबसे अधिक आयरन पाया जाता है।

सूखे मेवे

हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए खजूर, बादाम और किशमिश खाएं। इनमें आयरन की पर्याप्त मात्रा होती है। रोजाना दूध के साथ खजूर खाने से शरीर को बहुत-से फायदे होते हैं। खजूर खाने से शरीर को भरपूर मात्रा में आयरन मिलता है।

गुड़

गुड़ एक प्राकृतिक खनिज है जो आयरन का प्रमुख स्रोत है। यह विटामिन से भरपूर होता है। गुड़ शरीर में हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मदद करता है। लगातार गुड़ खाने से पेट की समस्‍याओं से भी निजात पायी जा सकती है।

इसके अलावा शरीर में आयरन और विटामिन बी-12 की कमी को पूरा करने के लिए मीट, चिकन, मछली, अंडे का भी सेवन कर सकते हैं। बता दें, अंडे के पीले भाग में भरपूर मात्रा में विटामिन बी-12 पाया जाता है। महिलाओं में एनीमिया होने की आशंका ज्यादा रहती है. बोन मैरो डिसऑर्डर, बवासीर खूनी अल्सर और गंभीर चोट की वजह से शरीर में खून की कमी हो सकती है. इसलिए अगर किसी को ये सब परेशानियां है तो ऐसे लोगों को हीमोग्लोबिन की जांच कराते रहना चाहिए. अगर जांच में हीमोग्लोबिन कम मिलता है, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.

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