कोलकाता, प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य संजीव सान्याल ने कहा कि वैश्विक साख मूल्यांकन एजेंसियों को भारत को मौजूदा रेटिंग से कम से कम एक या दो श्रेणी ऊपर की रेटिंग देनी चाहिए।
सान्याल ने कहा कि भारत को दी गई एजेंसियों की रेटिंग ”पूरी तरह से बेतुकी” है।
सान्याल ने कहा, ”सॉवरेन रेटिंग के संदर्भ में, यदि भारत को उचित रेटिंग दी जाए, तो इसे दो नहीं तो कम से कम एक श्रेणी ऊपर होना चाहिए। भारत को निवेश श्रेणी में सबसे नीचे रहने का कोई कारण नहीं है।”
वह सोमवार को यहां ‘केयरएज कन्वर्सेशन्स’ में बोल रहे थे।
सान्याल ने कहा कि रेटिंग एजेंसियों के ढांचे पर सवाल उठाया जाना चाहिए और भारत को यह एहसास होना चाहिए कि उन्हें आसानी से बदला जा सकता है।
उन्होंने कहा, ”हमें पश्चिम के नियमों और मानदंडों का पालन क्यों करना चाहिए, जिन्हें बनाने में हमारी कोई भूमिका नहीं थी… जैसे कि कई ऐसे सूचकांक हैं जहां हम 100 स्थान से भी नीचे आते हैं।”