मोदी मांगे मोर -भागेंगे असली चोर

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आजादी का 77वां जश्न- 140 करोड़ दिलों का संकल्प जगतगुरु होगा भारत

देश आज आजादी का 77वां जश्न मना रहा है। इस मौके पर लालकिले की प्राचीर पर प्रधानमंत्री ने ऐतिहासिक तिरंगा फहराया और देश के नाम दसवीं बार अपना संबोधन दिया। पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर देशवासियों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा, ‘मेरे प्रिय 140 करोड़ परिवारजन। जनसंख्या की दृष्टि से भी हम विश्व में नंबर एक है। 140 करोड़ का देश, मेरे भाई बहन और परिवारजन आज आजादी का पर्व मना रहा है। देश के कोटि-कोटि लोगों को आजादी के इस महान पर्व की कोटि-कोटि शुभकामनाएं।’

उन्होंने 140 करोड़ जनता को संबोधित करते हुए कहा कि यह एक परिवार है। उध्वजारोहण के बाद वायुसेना के हेलीकॉप्टर ने फूलों की वर्षा की। इसके बाद पीएम मोदी ने 77वें स्वतंत्रता दिवस पर देश को संबोधित क‍िया। पीएम ने संबोधन की शुरुआत में ही हिंसा प्रभावित मणिपुर का जिक्र किया। मोदी ने कहा, ‘कुछ दिनों से मणिपुर से लगातार शांति की खबर आ रही है, देश मणिपुर के लोगों के साथ है… समाधान केवल शांति से ही पाया जा सकता है। केंद्र और राज्य सरकार समाधान के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है।’ 

आज परिवारवाद और तुष्टीकरण ने हमारे देश को बर्बाद कर दिया है। किसी राजनीतिक दल का प्रभारी केवल एक ही परिवार कैसे हो सकता है? उनके लिए उनका जीवन मंत्र है- परिवार की पार्टी, परिवार द्वारा और परिवार के लिए।

मेरा दृढ़ विश्वास है कि 2047 में जब देश आजादी के 100 वर्ष मनाएगा तो देश एक विकसित भारत होगा। मैं यह बात अपने देश की क्षमता और उपलब्ध संसाधनों के आधार पर कहता हूं…लेकिन समय की मांग तीन बुराइयों से लड़ने की है – भ्रष्टाचार, वंशवाद और तुष्टिकरण।

वाइब्रेंट बॉर्डर गांव को देश का आखिरी गांव कहा जाता था। हमने वह मानसिकता बदल दी। वह देश का आखिरी गांव नहीं हैं। आप सीमा पर जो देख सकते हैं वह मेरे देश का पहला गांव है…मुझे खुशी है कि इस कार्यक्रम के विशेष अतिथि इन सीमावर्ती गांवों के 600 प्रधान हैं। वे यहां लाल किले पर इस कार्यक्रम का हिस्सा बनने आए हैं।

सपने अनेक हैं। संकल्प साफ है। नीतियां स्पष्ट हैं। नीयत के सामने कोई सवालिया निशान नहीं है। लेकिन कुछ सच्चाइयों को हमें स्वीकार करना होगा और उसके समाधान के लिए मेरे प्रिय परिवारजनों मैं आज लाल किले से आपकी मदद मांगने आया हूं। मैं लाल किले से आपका आशीर्वाद मांगने आया हूं। अनुभव के आधार पर मैं कह रहा हूं कि आज गंभीरतापूर्वक उन चीजों को लेना होगा।

2047 में जब देश आजादी के 100 साल मनाएगा उस समय दुनिया में भारत का तिरंगा झंडा विकसित भारत का तिरंगा झंडा होना चाहिए। रत्ती भर भी हमें रुकना नहीं है, पीछे नहीं हटना है। शुचिता, पारदर्शिता और निष्पक्षता ये पहली मजबूती की जरूरत है। हमें उस मजबूती को जितना ज्यादा खाद पानी दे सकते हैं। संस्थाओं के नेता दे सकते हैं। ये हमारा सामूहिक दायित्व होना चाहिए।

हमने देश में महंगाई पर काबू पाने के लिए कई कदम उठाए हैं और इस दिशा में हमारा प्रयास जारी रहेगा।

हमने पीएम किसान सम्मान निधि के माध्यम से ढाई लाख करोड़ रुपये किसानों के खाते में जमा किए हैं। हर घर में शुद्ध पानी पहुंचे, हमने जल जीवन मिशन पर 2 लाख करोड़ रुपये खर्च किए हैं! हमने आयुष्मान भारत योजना के तहत हमने 70 हजार करोड़ रुपये खर्च किए हैं, ताकि गरीब को दवाई मिले, उनका अच्छे से इलाज हो। हमने पशुधन को बचाने के लिए करीब-करीब 15 हजार करोड़ रुपये टीकाकरण के लिए लगाये हैं

पीएम मोदी ने कहा कि आज युवा जो कुछ करेंगे, वह अगले 1000 साल तक देश को प्रभावित करेगा। पीएम ने कहा कि देश के युवाओं को यह सौभाग्य मिला है। हमें यह गंवाना नहीं है। उन्होंने कहा कि युवा शक्ति में सामर्थ्य है और हमारी नीतियां उसे बल देने के लिए हैं। प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में देशवासियों से भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टीकरण के खिलाफ लड़ाई लड़ने की भी अपील की। 

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