PM Modi recently have remembered Sheila Dixit in one of his interview given to a private news channel. Son Sandeep Dixit praised PM Modi for his kind hearted remembrance of his mother and Ex. CM Congress Delhi. He said even after political differences PM Modi’s humble gesture means a lot to him and his family. He thanked Modi.
दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे और कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक निजी चैनल को दिए गए साक्षात्कार के वीडियो का हिस्सा शेयर किया है, जिसमें पीएम मोदी दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित को याद कर रहे हैं।

इस वीडियो क्लिप को शेयर करते हुए संदीप दीक्षित ने लिखा, ”हालांकि, हमारे राजनीतिक मतभेद बने हुए हैं, यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बहुत कृपा है कि उन्होंने शीला दीक्षित और उनके योगदान को याद किया। मेरी मां और प्रधानमंत्री मोदी 12 वर्षों तक एक साथ अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्री रहे और अक्सर विभिन्न मंचों पर बातचीत करते थे। सार्वजनिक जीवन में ऐसा शिष्टाचार आवश्यक है।”
दरअसल, पीएम मोदी को इस साक्षात्कार में दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित को याद करते हुए कहते सुना जा सकता है, एक और मुख्यमंत्री हैं, जो बहुत बड़ी बातें करते हैं, शीला दीक्षित को कितनी गालियां दी और कितना बदनाम किया था और मैं व्यक्तिगत रूप से शीला दीक्षित जी का सम्मान करने वाले व्यक्तियों में से हूं। लेकिन, उनके ऊपर जो आरोप लगाए हैं, वह भी जीवन के आखिरी दिनों में उन्हें जिस तरह से बदनाम किया गया। मैंने उन्हें निकट से देखा है, ये बातें मेरे गले से नहीं उतरती हैं।

दूसरी तरफ शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित की पार्टी से नाराजगी के चर्चे भी जोरों पर रहे हैं। दरअसल, शीला दीक्षित जिस उत्तर-पूर्वी दिल्ली सीट से भाजपा के सांसद मनोज तिवारी के खिलाफ चुनाव लड़ी थीं, उसी सीट से सूत्रों के अनुसार पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने पार्टी से टिकट की मांग की थी। लेकिन, उनकी जगह पर पार्टी ने कन्हैया कुमार को अपना उम्मीदवार बना दिया। ऐसे में कांग्रेस ने जब संदीप को इस सीट से उम्मीदवार नहीं बनाया तो पार्टी के भीतर कार्यकर्ताओं और कई नेताओं का असंतोष सामने आ गया।
सूत्रों की मानें तो पार्टी की एक बैठक में तो कन्हैया और संदीप के बीच वाद-विवाद भी हो गया। संदीप ने कन्हैया को इस बैठक में ‘बाहरी’ तक कह दिया था। जबकि, कन्हैया ने तब संदीप को कहा था कि आप भाजपा की भाषा बोल रहे हैं। हालांकि, बाद में इस पूरे प्रकरण से संदीप दीक्षित यह कहकर अनजान बने रहे कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था।
दिल्ली में लोकसभा की सभी 7 सीटों पर कल मतदान, पीएम मोदी, अमित शाह समेत भाजपा दिग्गजों ने किए 131 रोड शो और रैलियां
लोकसभा चुनाव के छठे चरण के तहत शनिवार को दिल्ली की सभी 7 सीटों के साथ-साथ देश के 8 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों की कुल 58 लोकसभा सीटों पर मतदान होना है।
देश की राजधानी दिल्ली के चुनावी परिदृश्य की बात करें तो 2019 के लोकसभा चुनाव में 57 प्रतिशत के लगभग वोट के साथ दिल्ली की सभी सातों सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल की थी। उस चुनाव में कांग्रेस को 23 और आम आदमी पार्टी को 18 प्रतिशत के लगभग वोट तो मिले थे, लेकिन, दोनों पार्टियों के खाते में एक भी सीट नहीं आई थी।
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और आप दोनों अलग-अलग लड़े थे। लेकिन, इस बार दोनों ही दल मिलकर दिल्ली में लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। 2019 के चुनाव में मिले वोट प्रतिशत के आधार पर देखा जाए तो आप और कांग्रेस का वोट मिलाने के बावजूद भाजपा इनसे काफी आगे ही नजर आ रही है।
इसके बावजूद पूरे देश की तरह भाजपा ने राजधानी दिल्ली में भी आक्रामक चुनाव प्रचार अभियान चलाया। भाजपा ने चुनाव प्रभार अभियान के दौरान दिल्ली में 2,625 नुक्कड़ सभाएं की, 10,048 पदयात्राएं की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई अन्य केंद्रीय मंत्रियों एवं भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों एवं उपमुख्यमंत्रियों ने मिलकर राजधानी दिल्ली में 131 बड़ी चुनावी सभाएं और रोड शो किए।
प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली में दो बड़ी चुनावी रैलियों को संबोधित किया। वहीं, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने तीन सभाएं एवं रोड शो किए। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली में एक-एक जनसभा को संबोधित किया। राजनाथ सिंह ने 4, नितिन गडकरी ने 6, पीयूष गोयल ने 3, स्मृति ईरानी ने 2, निर्मला सीतारमण ने 2, एस. जयशंकर ने 2 और गिरिराज सिंह ने 2 कार्यक्रमों में शिरकत की।
इसके अलावा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 6, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने 5, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने 2, गोवा के सीएम प्रमोद सांवत ने 3, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 9, राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने 4, राजस्थान के दूसरे उपमुख्यमंत्री प्रेम चंद बैरवा ने 5 और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 11 जनसभाएं, रोड शो अथवा चुनाव से जुड़े कार्यक्रमों के जरिए भाजपा उम्मीदवारों के समर्थन में जमकर चुनाव प्रचार किया।