-अखंड भारत के निर्माण के लिए संघ प्रमुख भागवत हनुमानजी को चढ़ाएंगे 51 मन का लड्डू
मीरजापुर, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(आरएसएस) के सरसंघचालक डा.मोहन भागवत गुरुवार की दोपहर दो दिवसीय प्रवास पर मीरजापुर पहुंचे। कड़ी सुरक्षा के बीच सक्तेशगढ़ स्थित परमहंस आश्रम पर आरएसएस प्रमुख का संतों ने स्वागत किया।

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने सबसे पहले परमहंस आश्रम परिसर में मौजूद धुनी पर मत्था टेका और पूजन-अर्चन किया। परिसर में मौजूद लोगों से बातचीत भी की। इसके बाद संघ प्रमुख विश्राम करने चले गए।
वह दोपहर बाद 4:30 बजे स्वामी अड़गड़ानंद महाराज से मुलाकात करेंगे, फिर विंध्याचल के महुआरी कला स्थित देवरहा बाबा आश्रम के लिए प्रस्थान करेंगे। शाम 5:30 बजे देवरहा बाबा आश्रम पहुंचने के बाद मोहन भागवत रात्रि विश्राम करेंगे, फिर 21 जुलाई शुक्रवार की सुबह स्नान-ध्यान के बाद अखंड भारत के निर्माण के लिए देवरहा बाबा आश्रम में रामदूत हनुमानजी को चौथी बार शुद्ध देशी घी से निर्मित 51 मन लड्डू चढ़ाएंगे। इसके बाद देवरहा बाबा का आशीर्वाद लेंगे और 9:30 बजे काशी प्रस्थान करेंगे।
संत-महात्माओं एवं सिद्धपीठ की धरती पर आने से हो जाता हूं रिचार्ज : मोहन भागवत
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक डॉ मोहन राव भागवत ने सिद्धपीठ से गुरुवार को प्रस्थान करने से पूर्व कहा कि सिद्धपीठ एवं संत महात्माओं की धरती पर आने से मैं रिचार्ज हो जाता हूं। सामाजिक कार्यों के लिए मुझमें नई ऊर्जा स्फूर्त हो जाती है।
पर्यावरण की उन्नति ही हमारी की उन्नति : डॉ भागवत
आरएसएस प्रमुख डॉ. भागवन ने कहा कि पर्यावरण की उन्नति ही हमारी व हमारे समाज की उन्नति है। हरा भरा व पर्यावरण के अनुकूल क्षेत्र देखकर हमें वहां के लोगों व वातावरण का आभास हो जाता है। पर्यावरण के प्रति सबसे अधिक जिम्मेदारी हमारी बनती है। इसलिए पर्यावरण के उन्नयन का सदैव ख्याल रखना चाहिए।

उक्त बातें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन राव भागवत ने नवग्रह वाटिका पूजन के बाद कही। इस मौके पर क्षेत्र प्रचारक अनिल, काशी प्रांत प्रचारक रमेश, सह प्रान्त प्रचारक मुनीष, मुरली पाल, संतोष यादव समेत कई संघ के पदाधिकारियों ने पौधरोपण किया।
सिद्धपीठ हथियाराम मठ पर अपने प्रवास के दूसरे दिन डॉ. भागवत सिद्धपीठ के विशाल वन क्षेत्र स्थित संत निवास पहुंचे, जहां उन्होंने नवग्रह पूजन और नवग्रह वाटिका की स्थापना किया। इस अवसर पर वैदिक विद्वानों ने नवग्रह के सभी वृक्षों का पूजन कराते हुए पौधरोपण कराया। सिद्धपीठ के पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी भवानीनंदन यति द्वारा संत निवास के विशालकाय परिसर में नवग्रह वाटिका का पूजन व स्थापना के समय बताया गया कि आने वाले समय में नवग्रह वाटिका के साथ ही अन्य आयुर्वेदिक गुण युक्त पौधों का संरक्षण किया जाएगा।
संघ में मैं भी बजाता हूं बैंड : डॉ भागवत
सरसंघचालक डॉ मोहन राव भागवत आगमन के दौरान लगातार शहनाई वादकों व बैंड बाजा कलाकारों द्वारा राष्ट्रभक्ति व भक्ति गीतों के माध्यम से स्वागत किया जाता रहा। गुरुवार की सुबह जब वह कैलाश भवन से निकलकर संत निवास की ओर नवग्रह वाटिका पूजन के लिए जा रहे थे। उस समय भी वादकों ने अपनी प्रस्तुति की।
सभी वाद्य यंत्र वादकों को खड़ाकर श्री भागवत ने उनके साथ फोटो खिंचाई। उस समय थोड़ा सा विनोद करते हुए उन्होंने वादको से कहा कि अभी बाजा बजाना छोड़ कर मेरे साथ खड़े हो जाओ, फोटो निकलने वाली है। वहीं उन्होंने सभी वाद्य यंत्रकों का परिचय देते हुए लेते हुए कहाकि संघ में भी बैंड बजाता हूं। उन्होंने कलाकारों को सम्मानित किया।
आयोजक मंडल प्रमुख सहित स्वयंसेवकों का महामंडलेश्वर ने किया सम्मान
चतुर्मास महायज्ञ के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सरसंघचालक डॉ मोहनराव भागवत सिद्धपीठ हथियाराम मठ पर प्रवासी यात्रा के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सिद्धपीठ के शिष्य स्वयंसवकों का महामंडलेश्वर स्वामी भवानीनंदन यति जी महाराज ने अंगवस्त्रम व प्रसाद देकर सम्मान किया।
इस क्रम में उन्होंने सादात ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि और सिद्धपीठ के प्रमुख सेवक डॉक्टर संतोष यादव, गोविंद यादव, डॉ आनंद सिंह, डॉ सानंद सिंह, डॉक्टर संतोष मिश्रा, आनंद मिश्रा, पुनीत सिंह, अंकित जायसवाल, सुशील सिंह, अंबरीश सिंह, अमित सिंह, श्रीराम जायसवाल, बिट्टू सिंह, आर पी सिंह, बलियां, अशोक सिंह चंदौली, अशोक चौहान, अमित चौहान, डॉ नागेंद्र सहित सभी स्वयंसेवकों को अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया।
जिला प्रशासन के प्रति जताया आभार, डीएम-एसपी को दिया चुनरी व प्रसाद
डॉ मोहनराव भागवत के सिद्धपीठ पर यात्रा व प्रवास के मद्देनजर जिला प्रशासन द्वारा लगातार की गई व्यवस्थाओं के तहत डॉ मोहनराव भागवत के प्रस्थान करने के बाद सिद्धपीठ पर पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी भवानीनंदन यति जी महाराज ने जिलाधिकारी आर्यका अखौरी एवं पुलिस अधीक्षक यशवीर सिंह सहित सभी प्रशासनिक अधिकारियों के प्रति आभार जताया। उन्होंने इस अवसर पर अधिकारियों को बुढ़िया माई का भोग प्रसाद व अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया।