मनोरंजन की कोई आपराधिक पृष्ठभूमि नहीं है : पुलिस सूत्र
मैसूरु (कर्नाटक / Karnataka ), पुलिस सूत्रों ने यह जानकारी दी। मैसूरु निवासी मनोरंजन Manoranjan (33) ने लखनऊ के सागर शर्मा Sagar Sharma के साथ संसद में नारे लगाए और ‘केन’ से पीले रंग का धुआं छोड़ा जिससे सदन में अफरा-तफरी मच गयी।
संसद की सुरक्षा Parliament Attack में सेंध लगने के तुरंत बाद मैसूरु पुलिस हरकत में आयी और बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले मनोरंजन के बारे में पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी।
पुलिस सूत्रों ने बृहस्पतिवार को बताया कि जांच से पता चला है कि वह ‘भगत सिंह फैन क्लब’ से जुड़ा हुआ था।
एक सहायक पुलिस आयुक्त ने कहा, ”हमें उसकी किसी आपराधिक पृष्ठभूमि का पता नहीं चला है। वह काफी चुप रहने वाला व्यक्ति है लेकिन जिन किताबों को वह पढ़ता है उन्हें देखकर वह ‘क्रांतिकारी की तरह’ लगता है।”
एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा कि मनोरंजन स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह का प्रशंसक लगता है जिन्हें ब्रिटिश राज में 1931 में 23 साल की उम्र में फांसी की सजा दी गयी थी।
उन्होंने कहा, ”ऐसा लगता है कि भगत सिंह और उनके समूह ने स्वतंत्रता संघर्ष के दौरान जो किया था, ये लोग उसे दोहराना चाहते थे।”
पुलिस अधिकारी ने कहा कि आठ अप्रैल 1929 को भगत सिंह और उनके सहयोगियों ने दिल्ली में सेंट्रल असेंबली में बम फेंका था लेकिन इस बात का ध्यान रखा था कि कोई खास नुकसान न हो।
मनोरंजन ने संसद में प्रवेश करने के लिए मैसूरु-कोडगु के सांसद प्रताप सिम्हा से पास हासिल किया था।
उसके पिता व किसान देवराज गौड़ा ने कहा कि उनके बेटे की हरकत निंदनीय है और दोषी पाए जाने पर वह उसे त्याग देंगे। उन्होंने कहा, ”अगर मेरा बेटा दोषी साबित हुआ तो उसे फांसी पर लटका देना।”
देवराज गौड़ा ने कहा कि मनोरंजन बहुत सारी, खासकर स्वामी विवेकानंद की किताबें पढ़ता था।