Super CM Shri Yogi Adityanath inaugurated Its First in segment Army School with the Latest technology equipped and best of the amenities as residential school at his home constituency Gorakhpur. Sainik School is inaugurated by Vice President of Bharat Shri Dhankhad and his wife.
गोरखपुर, 07 सितंबर (वेब वार्ता)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को अपने गृह जिले गोरखपुर में स्थापित सैनिक स्कूल के उद्घाटन के अवसर पर कहा कि इसके जरिये आज पीढ़ियों का निर्माण करने वाला पवित्र उद्देश्य पूरा हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर नए भारत की विकास यात्रा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से, उनके मार्गदर्शन में तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि गोरखपुर क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य और निवेश का ‘ड्रीम डेस्टिनेशन’ (आदर्श स्थान) बन गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को सैनिक स्कूल, गोरखपुर के लोकार्पण समारोह में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का स्वागत कर रहे थे।

उपराष्ट्रपति और उनकी पत्नी डॉ. सुदेश धनखड़ का प्रदेश और गोरखपुरवासियों की तरफ से अभिनंदन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सौभाग्य की बात है कि उपराष्ट्रपति जी का पहली बार गोरखपुर आगमन हुआ है। उन्होंने कहा कि सैनिक स्कूल के जरिये आज पीढ़ियों का निर्माण करने वाला पवित्र उद्देश्य पूरा हो रहा है। यह पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण दिन है।
योगी ने कहा कि तीन वर्ष की अल्प अवधि में बनकर तैयार हुआ गोरखपुर का सैनिक स्कूल भविष्य की पीढ़ियों का भविष्य संवारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा। उन्होंने कहा कि 176 करोड रूपये़ की लागत से बना यह पूर्वी उत्तर प्रदेश का पहला सैनिक स्कूल है, जिसमें कक्षा छह से 12 तक छात्र/छात्राओं को आवासीय शिक्षा की सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी। उन्होंने कहा कि यह सैनिक स्कूल भविष्य की पीढ़ियों का निर्माण करेगा तथा जीवन के कर्तव्यों का बोध कराने में सहायक सिद्ध होगा। सैनिक संस्थान से निकले विद्यार्थी भविष्य में राष्ट्र निर्माण एवं विकसित भारत का मार्ग प्रशस्त करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा देश में पहला सैनिक स्कूल तत्कालीन मुख्यमंत्री सम्पूर्णानंद जी ने 1960 में लखनऊ में स्थापित किया था। तत्पश्चात 1961 में देश के तत्कालीन रक्षामंत्री ने पांच नए सैनिक स्कूल प्रारंभ किये थे। उन्होंने उपराष्ट्रपति का स्वागत करते हुए कहा कि हमारा सौभाग्य है कि 1962 से 1969 की अवधि में चितौड़गढ़ सैनिक स्कूल के पुरातन छात्र, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के कर कमलों द्वारा इस सैनिक स्कूल का लोकार्पण किया जा रहा है।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस सैनिक स्कूल में छात्र-छात्राओं हेतु अलग-अलग परिसर के साथ देश के पहले प्रमुक्षा रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल विपिन रावत के नाम पर ऑडिटोरियम का निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा कि कारगिल में शहीद हुए कैप्टन विक्रम बत्रा के नाम पर बहुउद्देशीय सभागार के साथ-साथ एकलव्य शूटिंग रेंज एवं तरणताल का निर्माण भी किया गया है। सैनिक स्कूल परिसर में प्राचीन भारतीय संस्कृति एवं परंपरा के आधार पर प्रशासनिक भवन बनाया गया है। इसके अन्तर्गत 20 कक्षाएं, चार प्रयोगशालाएं, भोजनाकक्षा, बहुउद्देशीय सभागार, सम्मेलन कक्ष भी स्थित है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि ऑडिटोरियम की क्षमता 1014 सीट की है। इसके अंतर्गत ध्यान केन्द्र हेतु योग सेन्टर, इनडोर शूटिंग रेंज, स्विमिंग पूल और सीएसडी कैंटीन की सुविधाएं भी उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि शहीद भगत सिंह, शहीद पं. राम प्रसाद बिस्मिल, शहीद बंधु सिंह और वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई के नाम पर विद्यार्थियों के लिए आवासीय सदन का निर्माण किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्नपूर्णा भवन में विद्यार्थियों के लिए प्रतिदिन स्वच्छ एवं स्वास्थ्यवर्धक विशेष भोजन की व्यवस्था भी की जायेगी। सैनिक स्कूल में विद्यार्थियों की मानसिक एवं शारीरिक क्षमता बढ़ाने के लिए निश्चित समय अंतराल पर विविध खेलकूद की प्रतिस्पर्धाएं आयोजित की जायेंगी। इसके लिए विभिन्न खेलों के दृष्टिगत बास्केटबॉल कोर्ट, वॉलीबॉल कोर्ट, फुटबाल ग्राउण्ड, टेनिस कोर्ट, बैटमिण्टन कोर्ट आदि का निर्माण किया गया है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार नई पीढ़ी को उत्तम शिक्षा देने के लिए सर्वोत्तम प्रयास कर रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित 1.56 लाख से अधिक विद्यालयों को जनसहभागिता और ऑपरेशन कायाकल्प के माध्यम से बुनियादी सुविधाओं से लैस किया जा रहा है और इनमें 1.34 लाख विद्यालयों में यह कार्य किया जा चुका है।