War Diaries 2024

WhatsAppFacebookTwitterLinkedIn

पश्चिमी देशों की दखलंदाजी से हमारा धैर्य खत्म हो रहा है : रूस

मास्को, रूसी सुरक्षा परिषद के उपाध्यक्ष दिमित्री मेदवेदेव ने कहा है कि पश्चिमी देशों की दखलंदाजी से रूस का धैर्य खत्म हो रहा है। मेदवेदेव ने टेलीग्राम चैनल के जरिए चेतावनी भरे अंदाज में ये बात कही।

मेदवेदेव ने कहा कि “परमाणु संघर्ष किसी के हित में नहीं है। रूस ने खासतौर पर रूसी क्षेत्र में बहुत अंदर तक सटीक हमले करने के मामले में अब तक पश्चिमी देशों की दखलंदाजी के जवाब में अपनी परमाणु क्षमताओं का इस्तेमाल करने में संयम बरता है। हालांकि, उन्होंने चेतावनी दी कि ‘सबसे बड़े धैर्य की भी अपनी सीमाएं’ होती हैं।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, यह चेतावनी यूक्रेनी सेना को सामरिक मिसाइल प्रणाली प्रदान करने के संबंध में अमेरिका द्वारा की गई चर्चा के बाद आई है।

रूसी उप विदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने दावा किया कि पश्चिमी नेताओं ने पहले ही निर्णय ले लिया है कि यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइलों के इस्तेमाल की अनुमति दी जाए- उन्होंने कीव को भी इसकी जानकारी दे दी है, जिसके बाद मॉस्को को अपनी तरह से जवाब देने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।

सरकारी समाचार एजेंसी आरआईए के अनुसार रयाबकोव ने कहा, “निर्णय हो चुका है, पूर्ण स्वतंत्रता और सभी रियायतें (कीव को) दे दी गई है, इसलिए हम हर चीज के लिए तैयार हैं।”

क्रेमलिन ने भी बढ़ते खतरे को भांपते हुए सजग रहने का संकेत दिया है, क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि रूस जवाबी कार्रवाई की तैयारी कर रहा है।

रूस ने यूक्रेन में पश्चिमी कार्रवाई के बीच संभावित परमाणु प्रतिक्रिया की दी चेतावनी

मॉस्को, रूसी सुरक्षा परिषद के उपाध्यक्ष दिमित्री मेदवेदेव ने शनिवार को अपने टेलीग्राम चैनल पर एक पोस्ट में चेतावनी दिया कि यूक्रेन में पश्चिमी कार्रवाई के जवाब में परमाणु प्रतिक्रिया के संबंध में रूस का धैर्य कमजोर हो रहा है।

मेदवेदेव ने कहा कि “परमाणु संघर्ष किसी के हित में नहीं है। रूस ने अब तक पश्चिमी भागीदारी के जवाब में अपनी परमाणु क्षमताओं का उपयोग करने में संयम बरता है, विशेष रूप से रूसी क्षेत्र में किए गए उच्च-सटीक हमलों के संबंध में लेकिन बड़े से बड़े धैर्य की भी सीमाएं होती हैं।”

यह चेतावनी यूक्रेन को सेना सामरिक मिसाइल प्रणाली के प्रावधान के संबंध में हाल ही में अमेरिकी चर्चा के बाद आई है, जो यूक्रेन को रूसी क्षेत्र में ज्यादा दूरी तक हमले करने में सक्षम बना सकता है। क्रेमलिन ने बढ़ते खतरे के बारे में अपनी सजगता का भी संकेत दिया है और क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि रूस जवाबी कार्रवाई की तैयारी कर रहा है।

कीव को रूस के खिलाफ लंबी दूरी के हथियारों का उपयोग करने की अनुमति: नाटो अधिकारी

ब्रुसेल्स, नाटो सैन्य समिति के अध्यक्ष एडमिरल रॉब बाउर ने शनिवार को कहा कि वह यूक्रेन को पश्चिम द्वारा आपूर्ति की गई लंबी दूरी की मिसाइलों का रूस के खिलाफ उपयोग करने की अनुमति देने को सैन्य दृष्टिकोण से उचित मानते हैं।

बाउर ने प्राग में वार्षिक नाटो सैन्य समिति सम्मेलन के बाद कहा कि सशस्त्र संघर्ष के कानून के अनुसार, जिस किसी देश पर हमला किया जाता है, उसे अपनी रक्षा करने का अधिकार है और यह अधिकार आपके अपने देश की सीमा तक सीमित नहीं होता है।

उन्होंने कहा कि सैन्य दृष्टिकोण से, ऐसे ठोस कारण हैं कि कीव को अपने दुश्मन को कमजोर करने के लिए ऐसा करना चाहिए, जिसमें अग्रिम पंक्ति पर उसकी रसद, ईंधन और गोला-बारूद की आपूर्ति को बाधित करना भी शामिल है।

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन बोल चुके हैं कि नाटो देश वर्तमान में न केवल कीव द्वारा पश्चिमी लंबी दूरी के हथियारों के संभावित उपयोग पर चर्चा कर रहे हैं, बल्कि अनिवार्य रूप से यह तय कर रहे हैं कि यूक्रेनी संघर्ष में सीधे तौर पर शामिल होना है या नहीं। पुतिन ने कहा कि रूस-यूक्रेन संघर्ष में पश्चिमी देशों की प्रत्यक्ष भागीदारी से इसका सार बदल जाएगा और रूस अपने लिए उत्पन्न खतरों के आधार पर निर्णय लेने के लिए मजबूर होगा।

गाजा में स्कूल पर इजरायली हमले में 5 फिलिस्तीनियों की मौत

गाजा, गाजा शहर के दक्षिण-पूर्व में विस्थापित लोगों के स्कूल पर शनिवार को इजरायली हवाई हमले में कम से कम पांच फिलिस्तीनी मारे गए। यह जानकारी फिलिस्तीनी और इजरायली सूत्रों ने दी।

फिलिस्तीनी सुरक्षा सूत्रों ने सिन्हुआ से कहा कि इजरायली युद्धक विमानों ने अल-जायतुन के पड़ोस में शुहादा अल-जायतुन स्कूल पर हमला किया।

चिकित्सा सूत्रों ने कहा कि हवाई हमले में बच्चों और महिलाओं सहित पांच फिलिस्तीनियों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए, जिन्हें बाद में अस्पताल में भर्ती किया गया।

इजरायली सेना ने पुष्टि किया कि उसकी वायु सेना ने “कमांड एंड कंट्रोल कॉम्प्लेक्स” में काम करने वाले एक समूह पर एक सटीक और खुफिया हमला किया, जिसे पहले गाजा सिटी में शुहादा अल-ज़ायतुन स्कूल के रूप में उपयोग किया जाता था।

इजरायली सेना के बयान में कहा कि हमास के कार्यकर्ताओं ने इजरायल के खिलाफ अभियानों की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने के लिए परिसर का उपयोग किया। उल्लेखनीय है कि 07 अक्टूबर, 2023 को इजरायल पर गाजा पट्टी की ओर से हमास ने अभूतपूर्व रॉकेट हमला किया जिसमें 1,200 लोग मारे गए और 250 लोगों को बंधक बनायागया।

गाजा स्थित स्वास्थ्य अधिकारियों ने शनिवार को एक बयान में कहा कि गाजा पट्टी में चल रहे इजरायली हमलों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 41,182 हो चुकी है। गाजा पट्टी में इजरायली हवाई हमलों में कम से कम 21 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। फिलिस्तीनी सुरक्षा सूत्रों ने शनिवार को समाचार एजेंसी शिन्हुआ को बताया कि एक इजरायली युद्धक विमान ने गाजा शहर के पूर्व में अल-तुफ्फाह इलाके में एक आवासीय घर पर मिसाइल से हमला किया।

फिलिस्तीनी चिकित्सा सूत्रों ने बताया कि इस हमले में तीन बच्चों और एक महिला सहित 10 फिलिस्तीनी मारे गए। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, फिलिस्तीनी नागरिक सुरक्षा ने एक प्रेस बयान में कहा कि गाजा शहर के उत्तर-पश्चिम में एक स्कूल के पास इजरायली हवाई हमले में कम से कम पांच फिलिस्तीनी मारे गए।

स्थानीय सूत्रों और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दक्षिणी गाजा पट्टी में खान यूनिस शहर के पश्चिम में अल-मवासी क्षेत्र में विस्थापित लोगों के लिए बने एक तंबू पर इजरायली गोलाबारी में छह अन्य लोग मारे गए। हालांकि, इजरायली सेना ने अभी तक इन घटनाओं पर कोई टिप्पणी नहीं की है।

बता दें कि हमास ने सात अक्टूबर 2023 को दक्षिणी इजरायली सीमा के माध्यम से अचानक हमला किया था जिसमें 1200 से ज्यादा लोग मारे गए थे और लगभग 250 नागरिकों को बंधक बना लिया था। इसके बाद इजरायल ने गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ बड़े पैमाने पर हमले शुरू किए जो अभी तक जारी हैं। गाजा स्थित स्वास्थ्य अधिकारियों ने शनिवार को एक बयान में कहा कि गाजा पट्टी में जारी इजरायली हमलों में मरने वाले फिलिस्तीनियों की संख्या बढ़कर 41,182 हो गई है।

यमन में हूती विद्रोहियों और सरकार समर्थक बलों के बीच झड़प

अदन (यमन), देश के दक्षिणी प्रांत लाहज में हूती विद्रोहियों और सरकार समर्थक बलों के बीच भीषण झड़पें हुईं।

स्थानीय अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर समाचार एजेंसी शिन्हुआ को बताया कि शनिवार को सशस्त्र संघर्ष तब शुरू हुआ जब हूती विद्रोहियों ने लाहज और तैज प्रांतों की प्रशासनिक सीमाओं पर रणनीतिक पहाड़ी स्थानों पर नियंत्रण करने का प्रयास किया।

सूत्र के अनुसार, हूती नए क्षेत्र पर कब्जा करने में नाकाम रहे, लेकिन उन्होंने संपर्क लाइनों के पास सैन्य ठिकाने स्थापित कर लिए।

स्थानीय मीडिया आउटलेट्स ने बताया कि शत्रुता बढ़ने से प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले कई परिवारों को अपने घर खाली करने पड़े।

बता दें कि पिछले सप्ताह इसी क्षेत्र में दोनों पक्षों के बीच सीमित झड़पें हुई थीं, जिसके कारण कई लोग मारे गए थे।

यमन में 2014 के अंत से एक गृहयुद्ध चल रहा है। इस युद्ध में हूती विद्रोहियों ने यमन के उत्तरी प्रांतों पर कब्जा कर लिया था। इसके कारण यमन की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार को राजधानी सना से बाहर होना पड़ा था।

हैती में फ्यूल टैंकर में विस्फोट से 16 लोगों की मौत

मेक्सिको सिटी, हैती में ईंधन (फ्यूल) टैंकर में विस्फोट होने से कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई और 40 अन्य घायल बताए जा रहे हैं।

शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार, विस्फोट शनिवार को उस समय हुआ जब लोग निप्पेस विभाग के कैल्बसियर क्षेत्र में एक दुर्घटना के बाद टैंकर से अवैध रूप से ईंधन इकट्ठा करने का प्रयास कर रहे थे।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने बताया कि कई घायलों को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल पहुंचाया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।

हैती के प्रधानमंत्री गैरी कोनिले ने सोशल मीडिया पर कहा कि नागरिक सुरक्षा और सार्वजनिक स्वास्थ्य टीमें पीड़ितों की सहायता कर रही हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि फ्यूल टैंकर में हुए विस्फोट से मैं बहुत दुखी हूं। मैं संबंधित स्थानीय अधिकारियों से बात कर रहा हूं। आंकड़ों के अनुसार, दोपहर तक 15 से अधिक लोग मारे गए और 40 लोग गंभीर रूप से झुलस गए।

उन्होंने कहा, “सरकार सभी पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ एकजुटता से खड़ी है तथा हेलीकॉप्टर से उन्हें निकालने की योजना बना रही है।”

पश्चिमी देशों के प्रतिबंध पर भड़का ईरान, कहा- अपने इरादों को हम पर नहीं थोप पाएंगे

तेहरान, ईरान के विदेश मंत्री सैय्यद अब्बास अर्घची ने कुछ पश्चिमी देशों द्वारा तेहरान पर लगाए गए नए प्रतिबंधों की आलोचना की। ईरान के विदेश मंत्री ने आईआरआईबी समाचार एजेंसी को दिए इंटरव्यू में इस मुद्दे पर बात की है।

ईरान पर अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी ने नए प्रतिबंध लगाए हैं। ईरान पर रूस को बैलिस्टिक मिसाइल बेचने का आरोप है।

सैय्यद अब्बास अर्घची ने इंटरव्यू के दौरान कहा, “पश्चिमी देशों को पता होना चाहिए और यह आश्चर्यजनक है कि वे अभी भी नहीं जानते हैं कि प्रतिबंध एक विफल उपयोग है और वे प्रतिबंधों के माध्यम से ईरान पर अपने इरादों को नहीं थोप पाएंगे, चाहे परमाणु मुद्दें हो या अन्य देशों के संबंध में हों।”

समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, उन्होंने कहा कि ईरान मजबूती के साथ अपनी राह पर आगे बढ़ता रहेगा। हालांकि, हमारा देश हमेशा बातचीत के लिए रास्ता खुला रखेगा। वार्ता का रास्ता कभी नहीं छोड़ा है, लेकिन ऐसी कूटनीतिक प्रक्रिया आपसी सम्मान पर आधारित होनी चाहिए।

ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनानी ने शनिवार को कहा कि ईरान द्वारा रूस को बैलिस्टिक मिसाइलों की बिक्री के बारे में कोई भी दावा निराधार है।

ईरान ने पश्चिमी देशों के आरोपों की निंदा की है, जिसमें कहा गया है कि ईरान ने यूक्रेन के खिलाफ इस्तेमाल के लिए रूस को कम दूरी की मिसाइलों की आपूर्ति की है।

विदेश मंत्री अर्घची ने पिछले बुधवार को कहा था कि ईरान ने रूस को बैलिस्टिक मिसाइलों की डिलीवरी नहीं की है। अमेरिका और उसके सहयोगी गलत खुफिया जानकारी पर काम कर रहे हैं।

पिछले मंगलवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनानी ने ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों को ईरान के लोगों के लिए आर्थिक आतंकवाद बताया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि तीनों यूरोपीय देशों को उचित कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।

Share Reality:
WhatsAppFacebookTwitterLinkedIn

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *