World Records -नीदरलैंड के खिलाफ भारत ने कई रिकॉर्ड अपने नाम किये

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बेंगलुरु, भारत ने रविवार को यहां विश्व कप के अंतिम लीग मैच में नीदरलैंड के खिलाफ चार विकेट पर 410 रन की विशाल पारी के दौरान कई रिकॉर्ड तोड़ दिये। कप्तान रोहित शर्मा (61 रन) ने जहां फिर से कई रिकॉर्ड बनाये तो वहीं श्रेयस अय्यर (नाबाद 128 रन) और केएल राहुल (102 रन) ने भी इसमें कुछ योगदान दिया।

भारत की पारी के दौरान बने रिकॉर्ड :

-रोहित ने एक कैलेंडर वर्ष में वनडे में सबसे ज्यादा छक्के लगाए जिससे 2023 में इनकी संख्या 60 हो गई है। इससे उन्होंने 2015 में बनाये गये एबी डिविलियर्स के 58 छक्कों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया।

-रोहित इसके साथ ही विश्व कप के एक चरण में सबसे ज्यादा छक्के (24) लगाने वाले कप्तान भी बन गए। उन्होंने इंग्लैंड के इयोन मोर्गन (22) को पीछे छोड़ दिया।

-रोहित और शुभमन गिल इस साल वनडे में सबसे ज्यादा 100 से अधिक रन की साझेदारी बनाने में सफल रहे, उन्होंने पांच दफा ऐसा किया।

-रोहित ने भारतीय कप्तानों में विश्व कप के एक चरण सबसे अधिक रन (503) बना लिये। उन्होंने सौरव गांगुली (2003 में 465) को पीछे छोड़ा।

-रोहित विश्व कप के कई चरण (दो) में 500 से अधिक रन बनाने के मामले में तेंदुलकर के साथ शामिल हो गए। रोहित लगातार चरण में ऐसा करने वाले पहले खिलाड़ी भी बन गये।

-विराट कोहली (नीदरलैंड के खिलाफ 51 रन) ने विश्व कप में अब तक 14 मौकों पर 50 से अधिक का स्कोर बनाया है जिससे वह सचिन तेंदुलकर (21) के बाद दूसरे स्थान पर हैं।

-कोहली एक विश्व कप में सर्वाधिक 50 से अधिक स्कोर (सात) बनाने के मामले में तेंदुलकर और बांग्लादेश के शाकिब अल हसन के साथ शामिल हो गये।

-यह पहली बार है कि भारत के शीर्ष पांच बल्लेबाजों ने वनडे की एक पारी में 50 से अधिक रन बनाए हैं।

-केएल राहुल विश्व कप मैच में सबसे तेज शतक लगाने वाले भारतीय बन गये, उन्होंने यह उपलब्धि 62 गेंद खेलकर हासिल की। इस तरह उन्होंने रोहित शर्मा (63 गेंद) को पछाड़ दिया।

-अब तक भारतीय बल्लेबाजों ने इस विश्व कप में 20 मौकों पर 50 से अधिक का स्कोर बनाया है जो उनका अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इस तरह उन्होंने 2019 के अपने रिकॉर्ड (19) को पीछे छोड़ दिया है।

-श्रेयस अय्यर और केएल राहुल के बीच 208 रन की साझेदारी विश्व कप में चौथे विकेट या इससे नीचे के स्थान पर भारत की सर्वश्रेष्ठ भागीदारी भी रही। इससे पहले पिछली सर्वश्रेष्ठ साझेदारी महेंद्र सिंह धोनी और सुरेश रैना (नाबाद 196 रन) के बीच 2015 में जिम्बाब्वे के खिलाफ थी।

भारत के गेंदबाजी प्रयोगों पर रोहित ने कहा-हम देखना चाहते थे कि हम क्या हासिल कर सकते हैं

बेंगलुरु, नीदरलैंड के खिलाफ रविवार को खेले गए विश्व कप के आखिरी लीग मैच में विराट कोहली ने 2014 और कप्तान रोहित शर्मा ने 2012 के बाद अपना पहला एकदिवसीय विकेट लिया। यह मैच भारत ने 160 रन से जीता और विश्व कप में लगातार अपने नौवें मैच में जीत दर्ज की।

भारत मैच में पांच फ्रंटलाइन गेंदबाजी विकल्पों के साथ उतरा, लेकिन कप्तान रोहित सेमीफाइनल के मद्देनजर प्रयोग करने के मूड में थे। इसके कारण सूर्यकुमार यादव और शुभमन गिल सहित पार्ट-टाइमर्स द्वारा लगभग आठ ओवर फेंके गए।

रोहित ने मैच के बाद कहा, जब आपके पास पांच गेंदबाज होते हैं तो यह हमेशा हमारे दिमाग में रहता है।आप टीम के भीतर विकल्प बनाना चाहते हैं और मुझे लगता है कि अब हमारे पास वह विकल्प है। मैच में हमारे पास नौ विकल्प थे। यह महत्वपूर्ण है। यह वह मैच था जहां हम कुछ चीजों को आजमा सकते थे। एक गेंदबाजी इकाई के रूप में हम कुछ अलग करने की कोशिश करना चाहते थे और देखना चाहते थे कि हम क्या हासिल कर सकते हैं।”

भारत टूर्नामेंट में हार्दिक पांड्या और शार्दुल ठाकुर के साथ पांचवें और छठे गेंदबाजी विकल्प के साथ आया था, लेकिन पांड्या टखने की चोट के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गए। भारत अंतिम एकादश में आर. अश्विन या ठाकुर को लाने के बजाय छह विशेषज्ञ बल्लेबाजों और पांच फ्रंटलाइन गेंदबाजों के साथ उतरा। पार्ट टाइमर खिलाड़ियों के विकेट लेने और मध्यक्रम के बल्ले से शानदार प्रदर्शन के साथ, भारत ने नॉकआउट से पहले अपनी बेंच स्ट्रेंथ का प्रदर्शन किया है।

नीदरलैंड के खिलाफ जीत की नींव भारत के बल्लेबाजों ने रखी, जिन्होंने 4 विकेट पर 410 रन बनाए, शतकवीर केएल राहुल और श्रेयस अय्यर ने चौथे विकेट के लिए 128 गेंदों पर 208 रन की साझेदारी की। अय्यर ने नाबाद 128 और राहुल ने 102 रन बनाए। जवाब में नीदरलैंड की टीम 47.5 ओवरों में 210 रन पर सिमट गई। भारत के लिए जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, कुलदीप यादव और रवींद्र जडेजा ने 2-2 व विराट कोहली और कप्तान रोहित शर्मा ने 1-1 विकेट लिया।

विश्वकप सेमीफाइनल को लेकर द्रविड़ ने कहा-दबाव तो होगा, लेकिन इससे टीम के दृष्टिकोण में कोई बदलाव नहीं आएगा

नई दिल्ली, भारत अब लगातार चौथी बार एकदिवसीय विश्व कप के सेमीफाइनल में प्रवेश कर चुका है, हालांकि पिछले दो संस्करणों में भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा था। सेमीफाइनल मुकाबले को लेकर भारतीय क्रिकेट टीम को कोच राहुल द्रविड़ ने कहा कि दबाव तो होगा, लेकिन इससे टीम के दृष्टिकोण या तैयारी में कोई बदलाव नहीं आएगा।

द्रविड़ ने स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत में कहा, हम मानते हैं कि यह एक महत्वपूर्ण मैच है, यह एक नॉकआउट मैच है, हमें इस तथ्य को स्वीकार करना होगा कि कुछ हद तक दबाव होगा लेकिन मुझे लगता है कि जिस तरह से हमने अब तक दबाव का जवाब दिया है वह हमें बहुत ढेर सारा आत्मविश्वास देगा और टीम के दृष्टिकोण या तैयारी में कोई बदलाव नहीं आएगा।

उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि हम जिस तरह से तैयारी करते हैं या सेमीफाइनल के लिए जिस तरह से योजना बना रहे हैं, उसमें हम कुछ भी बदलाव करेंगे। मैं वास्तव में आश्वस्त हूं कि समूह में जो उत्साह है, समूह में जो ऊर्जा है, समूह में जो आत्मविश्वास है, वह इस समय वास्तव में अच्छा है।

हम बस इतना कर सकते हैं कि जो हमारे सामने है उसे खेलें, अगले मैच पर ध्यान केंद्रित करें, वर्तमान क्षण में रहें और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का प्रयास करें। आपके पास क्रिकेट का कोई भी मैच जीतने की कोई गारंटी नहीं है, आप वास्तव में अच्छी तैयारी कर सकते हैं, अच्छी योजना बना सकते हैं और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकते हैं। मैं वास्तव में उम्मीद कर रहा हूं कि हम अगले कुछ दिनों में ऐसा ही करेंगे और उम्मीद है कि हम वास्तव में अच्छा क्रिकेट खेलेंगे।

बता दें कि नीदरलैंड के खिलाफ आखिरी लीग मैच में जीत की नींव भारत के बल्लेबाजों ने रखी, जिन्होंने 4 विकेट पर 410 रन बनाए, शतकवीर केएल राहुल और श्रेयस अय्यर ने चौथे विकेट के लिए 128 गेंदों पर 208 रन की साझेदारी की। अय्यर ने नाबाद 128 और राहुल ने 102 रन बनाए। जवाब में नीदरलैंड की टीम 47.5 ओवरों में 210 रन पर सिमट गई। भारत के लिए जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, कुलदीप यादव और रवींद्र जडेजा ने 2-2 व विराट कोहली और कप्तान रोहित शर्मा ने 1-1 विकेट लिया।

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