विपक्ष का दुष्प्रचार, उम्मीदवारों की देरी से घोषणा ने शिवसेना, सहयोगियों को नुकसान पहुंचाया : शिंदे CM Eknath Shinde
मुंबई, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को दावा किया कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) द्वारा संविधान को बदलने से संबंधित विपक्ष का दुष्प्रचार और उम्मीदवारों की घोषणा में देरी ने शिवसेना और उसके सहयोगियों को कुछ सीट पर नुकसान पहुंचाया।
शिंदे ने संवाददाताओं से कहा कि विपक्ष की वोटबैंक की राजनीति ने राजग के प्रदर्शन को प्रभावित किया।
उन्होंने कहा, ”विपक्षी दलों ने निरंतर संविधान को बदलने का दुष्प्रचार किया। हम मतदाताओं में संदेह को दूर करने में विफल रहे। वोटबैंक की राजनीति के कारण भी हमें नुकसान हुआ।”
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि कुछ सीट पर उम्मीदवारों की घोषणा में देरी से भी कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में नुकसान हुआ।
शिंदे नासिक लोकसभा सीट का जिक्र कर रहे थे, जहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के विरोध के बावजूद शिवसेना ने हेमंत गोडसे को मैदान में उतारा था। गोडसे, शिवसेना-उद्धव बालासाहेबा ठाकरे (यूबीटी) के उम्मीदवार से पीछे चल रहे हैं।
शिंदे ने हिंगोली और यवतमाल-वाशिम निर्वाचन क्षेत्रों से अपने मौजूदा सांसदों को भी बदल दिया था और पार्टी के दोनों उम्मीदवार इन सीट पर पीछे चल रहे हैं। उन्होंने कहा, ”वोट बैंक की राजनीति ने भी हमें प्रभावित किया। मैं उन्हें (विपक्ष को) बताना चाहता हूं कि लोगों को वोट बैंक की राजनीति कभी पसंद नहीं आई। दिवंगत शिवसेना संस्थापक बालासाहेब ठाकरे को यह कभी पसंद नहीं थी।”
शिंदे की पार्टी ठाणे लोकसभा क्षेत्र से जीत हासिल करने में कामयाब रही। शिंदे ने अपना गढ़ माने जाने वाले ठाणे से अपने करीबी सहयोगी नरेश म्हास्के को मैदान में उतारा था।
उन्होंने कहा, ”जनता ने पिछले दो वर्षों में मेरी सरकार और पिछले 10 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किये कार्यों के लिए मतदान किया। ठाणे की जनता हमारे कार्यों के लिए हमारे साथ खड़ी रही।”
मप्र भाजपा प्रमुख विष्णु दत्त शर्मा खजुराहो से जीते
भोपाल, मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने मंगलवार को खजुराहो लोकसभा सीट से 5,41,229 मत के अंतर से जीत दर्ज की।
कांग्रेस ने ’इंडिया गठबंधन’ से समझौते के तहत खजुराहो से अपना उम्मीदवार नहीं उतारा था और वहां से समाजवादी पार्टी की मीरा यादव का नामांकन निर्वाचन अधिकारी ने तकनीकी आधार पर खारिज कर दिया था।
शर्मा को 7,72,774 वोट मिले, जबकि बसपा के कमलेश कुमार को 2,31,545 वोट मिले।
भाजपा उम्मीदवार ने खजुराहो से लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की। उन्होंने 2019 में ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण सीट से अपना पहला चुनाव जीता था।
गुना से पहली बार भाजपा उम्मीदवार के रूप में सिंधिया जीते
भोपाल, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को अपनी पारंपरिक गुना सीट से पहली बार भाजपा उम्मीदवार के रूप में कांग्रेस के यादवेंद्र राव देशराज सिंह को 5,40,929 मतों के अंतर से हराया।
सिंधिया को 9,23,302 वोट मिले, जबकि उनके निकटतम कांग्रेस प्रतिद्वंद्वी को 3,82,373 वोट मिले।
इससे पहले 2002 से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में चार बार गुना से सिंधिया जीते थे।
हालांकि, सिंधिया भाजपा से राज्यसभा सदस्य हैं, लेकिन उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में पहली बार भगवा पार्टी के उम्मीदवार के रूप में गुना लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा।
2019 में भाजपा के केपी यादव से हारने के बाद, कांग्रेस नेतृत्व के साथ मतभेदों के बाद मार्च 2020 में सिंधिया भाजपा में शामिल हो गए थे।
सिंधिया ने 2004, 2009 और 2014 में गुना सीट पर जीत हासिल की थी। इस निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व इसके पहले उनकी दादी स्वर्गीय विजयाराजे सिंधिया और उनके पिता स्वर्गीय माधवराव सिंधिया करते थे।
आंध्र प्रदेश में राजग 21 लोकसभा सीटों पर आगे, 25 विधानसभा सीटों पर भी मिली जीत
अमरावती, तेदेपा, भाजपा और जनसेना का राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन आंध्र प्रदेश में 21 लोकसभा और 139 विधानसभा सीटों पर आगे चल रहा है, जिसमें 25 विधानसभा क्षेत्रों में मिली जीत भी शामिल है।
निर्वाचन आयोग द्वारा प्रसारित नवीनतम जानकारी के अनुसार, तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) ने 19 विधानसभा सीटें जीती हैं, जनसेना ने पांच और भाजपा ने एक सीट पर जीत हासिल की है, जबकि वाईएसआरसीपी अभी तक अपना खाता नहीं खोल पाई है, हालांकि वह 11 सीटों पर आगे चल रही है।
राजमुंदरी शहर, राजमुंदरी ग्रामीण, उंडी, पलाकोल्लू, विजयवाड़ा पूर्व, धोने और प्रोड्डातुरू उन 19 सीटों में शामिल हैं जिन पर तेदेपा ने जीत हासिल की है।
जनसेना ने राजनगरम, नरसापुरम, भीमावरम, ताडेपल्लीगुडेम और तेनाली में जीत हासिल की।
इस बीच, एक मंत्री को छोड़कर मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी के सभी कैबिनेट सदस्य पीछे चल रहे हैं। राज्य में सत्तारूढ़ वाईएसआरसीपी का मुकाबला करने के लिए तेदेपा, भारतीय जनता पार्टी और जनसेना ने गठबंधन किया है।
आंध्र प्रदेश में 13 मई को एक ही चरण में 175 विधानसभा और 25 लोकसभा सीटों के लिए मतदान हुआ था।
दरभंगा संसदीय सीट से भाजपा के गोपाल जी ठाकुर जीते
पटना, बिहार के दरभंगा संसदीय सीट से भाजपा के मौजूदा सांसद गोपाल जी ठाकुर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी ललित कुमार यादव से 1,78,156 मतों के अंतर से चुनाव जीत गए हैं।
निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध नतीजों के मुताबिक, ठाकुर को जहां कुल 5,66,630 मत प्राप्त हुए, वहीं यादव को 3,88,474 वोट मिले। बिहार में भाजपा 11 अन्य सीट पर बढ़त बनाए हुए है।
केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते मंडला (सुरक्षित) सीट से जीते
भोपाल, 04 जून (वेब वार्ता)। केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने मंगलवार को मंडला (सुरक्षित) सीट से कांग्रेस के ओमकार सिंह मरकाम को 1,03,846 मतों के अंतर से हराया।
मरकाम डिंडोरी (सुरक्षित) विधानसभा सीट से कांग्रेस के मौजूदा विधायक हैं।
एक चुनाव अधिकारी ने बताया कि कुलस्ते को 7,51,375 वोट मिले, जबकि मरकाम को 6,47,529 वोट मिले।
मालूम हो कि कुलस्ते ने 2023 के विधानसभा चुनाव में निवास विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन डॉ. अशोक वरकड़े से हार गए थे।
कुलस्ते 1996 से सातवीं बार मंडला सीट से जीते हैं। वह 2009 में हार गए थे।