Krishna Janmashtami -देशभर में धूमधाम से मनाया गया श्रीकृष्ण जन्मोत्सव

WhatsAppFacebookTwitterLinkedIn

Nation celebrated the Global festival of Krishna Janmashtami with heart and soul.

पुष्टि पुरुषोत्तम भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव सोमवार को देशभर में धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली उत्तर प्रदेश के मथुरा से लेकर गुजरात के द्वारका तक मंदिरों में विशेष पूजा की गयी। कृष्ण के जन्मोत्सव के कार्यक्रम सुबह मंगला आरती से शुरू हुए।

मथुरा कान्हा के जन्मोत्सव में रंग गया था। करीब 15 लाख श्रद्धालु भगवान श्रीकृष्ण को प्रकट होते हुए देखने पहुंचे हैं। जन्मभूमि को कारागार की तरह सजाया गया है। श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर नंदलाल का 1008 कमल पुष्पों से अर्चन किया गया। नवग्रह और श्रीगणेश की पूजा की।

रात में 11 बजकर 55 मिनट पर 05 मिनट के लिए पट बंद कर दिए गए थे और 12 बजकर 05 मिनट पर भगवान श्री कृष्ण की प्रतिमा को गर्भ गृह से बाहर लाया गया, जहां स्वर्ण मंडित कामधेनु गाय से पहले अभिषेक किया गया। इसके बाद करीब 05 कुंतल पंचामृत से महंत नृत्यगोपाल दास बाल गोपाल अभिषेक किया। यह अभिषेक रात 12 बजकर 40 मिनट तक चला।

वहीं, गुजरात के द्वारकाधीश मंदिर के पट रात 2.30 बजे तक खुले रहेंगे। इधर, पटना के इस्कॉन मंदिर के बाहर देर शाम भीड़ आउट ऑफ कंट्रोल हो गई। इसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। बताया जा रहा है कि श्रद्धालु मंदिर में किसी भी तरह से घुसने की कोशिश कर रहे थे। इसके कारण मंदिर के बाहर भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। फिलहाल मंदिर के पास भारी संख्या में पुलिस को तैनात किया गया है।

इसके अलावा देशभर के विभिन्न मंदिरों में भगवान श्रीकृष्ण की एक झलक पाने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी।

तीस फीट की ऊंचाई पर मटकी फोड़ कर लड़कियों ने मारी बाजी मारी

छत्रपति शिवाजी समाज कल्याण और शिक्षा प्रचार समिति की ओर से श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर सोमवार को आयोजित 21 वें मटकी फोड़ कार्यक्रम में बालिकाओं ने बाजी मार ली।

बालिकाओं ने 30 फीट की ऊंचाई लटक रही मटकी को फोड़ कर प्रथम पुरस्कार हासिल किया। यहां के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में 20 से 30 फीट ऊंचाई पर लटक रही मटकियों को फोड़ने के लिए गोविंदाओ की 21 टीमों में इनाम जीतने की होड़ लगी रही। हजारों लोगों का हज़ूम ‘हाथी घोड़ा पालकी –जय कन्हैया लाल’ के गगनभेदी जयकारे और करतल ध्वनि की गिरते -उठते गोविंदाओं और गोपियों की टीमों के जोश देखते ही बन रहे थे।

इस मौके पर संस्था के संस्थापक जय भगवान गोयल ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण की अपार कृपा से प्रत्येक जन्माष्टमी के पावन अवसर पर संस्था का मटकी फोड़ कार्यक्रम चला आ रहा है। कोरोना की वैश्विक महामारी भी कार्यक्रम की निरंतरता में वाधा नहीं बन सकी। उन्होंने यूनीवार्ता को बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उदेश्य हिंदुओं को उनकी संस्कृति के प्रति जागरूक करना, उन्हें संगठित करना और भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं सो दुनिया को रूबरू करवाना है। उन्होंने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण ने गीता में कर्म को प्रधान बताया है और कहा है कि मनुष्य को फल की इच्छा किये बिना अपना कर्म करते रहना चाहिए।

संतों की उपस्थिति संपन्न हुए इस कार्यक्रम में अनेक प्रशासनिक तथा पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों,प्रमुख समाजसेवियों ,पत्रकारों और प्रबुद्ध हिंदू बुद्धिजीवियों को ’ छत्रपति शिवाजी अवार्ड ’ से पुरस्कृत से सम्मानित किया गया।

श्री गोयल ने इस अवसर पर उपस्थित श्री कृष्ण भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि द्वापर युग में भगवान श्री कृष्णा कंस का संघार के लिए अवतरित हुए थे। आज महिलाओं से दुष्कर्म और उनकी हत्या जैसे जगन्य अपराध हो रहे हैं। देश में बढ़ते आंतकवाद से त्रस्त समाज एक बार फिर ऐसे ही भगवान के अवतार की अपेक्षा कर रहा है, ताकि आधुनिक राक्षसों का समूल विनाश हो सके। उन्होंने हिंदुओं को एकजुट होकर ऐसी ताकतों का मुंह तोड़ जवाब देने का आग्रह किया, जो हिंदुओं को जाति-पात में बांट कर अपने निहित राजनीतिक स्वार्थ की पूर्ति करना चाहते हैं। जाति बाद में हिंदुओं को पाठ देने के घिनौने खेल का पर्दाफाश करके उनके मंसूबों को रोकना होगा, ताकि राष्ट्र के अस्तित्व को बनाए रखा जा सके।

इस अवसर पर विश्व हिन्दू परिषद के कपिल खन्ना, पूर्व सांसद लाल बिहारी तिवारी, रजनीश गोयल, जगदीश मित्तल जी, वासुदेव गर्ग जी, अनिल गोयल जी, बसंत गोयल, मृदुल, खेमघा, सतीश राम गोयल, अनिल आर्या, डॉ. राधा कांत वत्स, दिग्मबर बाबा तलवार, अधिवक्ता गोविन्द गोयल, आचार्य विवेकमुनी जी महाराज आदि उपस्थित रहे।

Share Reality:
WhatsAppFacebookTwitterLinkedIn

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *