श्री कृष्णागिरी पार्श्व पद्मावती शक्तिपीठ तीर्थ धाम के तत्वावधान में शक्तिपीठाधिपति सर्वधर्म दिवाकर भक्ति की अलख जगाने, भक्तों पर करुणा बरसाने वाले परम योगी, वचन सिद्ध साधक महान संत मां पद्मावती के उपासक भैरव देव के सिद्ध साधक मंत्र शिरोमणि सर्वधर्म दिवाकर राष्ट्रीय संत परम पूज्य गुरुदेव श्री वसंत विजय जी महाराज साहेब के पावन सानिध्य में 11 अगस्त से 5 अक्तूबर 2023 तक चलने वाले 55 दिवसीय शिव महापुराण, यज्ञ, अखंड रुद्राभिषेक, एक करोड़ 11 लाख पार्थिव शिवलिंग की स्थापना पूजा महाउत्सव 2023 का धूमधाम से किया जा रहा है । नई दिल्ली के छतरपुर मार्कंडेय हाल में सजे भव्य शिव दरबार में कथा सुनने हर रोज भारी संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है।
श्री वसंत विजय जी महाराज साहेब ने शिव सहस्त्रनाम पाठ के साथ शिवमहापुराण कथा की शुरुआत करते हुए कहा कि सहस्त्रनाम पाठ का अर्थ समझने के लिए एक हजार जन्म लेने पड़ेंगे। शिव सहस्त्रनाम पाठ सुनने से भाग्य का उदय होता है।
गुरुदेव ने कहा कि 15 अगस्त को आजादी दिवस के मौके पर एक तरफ हमारे प्रधानमंत्री लालकिले पर झंडा फहरायेंगे और देशवासियों को लालकिले की प्राचीर से संबोधित करेंगे तो वहीं दूसरी ओर कथा पांडाल में भक्तों को दिव्य कवच देने के साथ सनातन धर्म के मंत्रों में कितनी शक्ति है यह दुनिया देखेगी ।
गुरुदेव देंगे 15 अगस्त को शिव कथा में देंगे अकाट्य मंत्र कवच
गुरुदेव ने कहा कि 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि इस दिन श्रावणी अमावस्या है। इसलिए शिव कथा में दोपहर को 2 बजे के बाद अमावस्या के दिन विशेष मंत्र कवच रखा है क्योंकि कोई भी कवच अमावस्या पर बहुत बल से काम करता है। जब अमावस्या के दिन शरीर पर यह कवच बना लोगे तो ऐसी सिद्दी आ जाएगी जब भी आप बाहर निकलोगे आपके सामने किसी को आंख उठाकर देखने की ताकत नहीं होगी।
घर में रहने वाले भक्त भी इसका फायदा उठा सकते हैं वे भक्त घर के मंदिर में एक घी का दीपक जलाकर बैठ जाएं धूप ना जलाएं। अगर पूरे घर को कवच करना हो तो चार दीपक घर के चारों कोनों में जलाकर रखें और एक दीपक मंदिर में जलाकर रखें । सभी दीपकों की बाती का मुख पूर्व की ओर होना चाहिए। इस दौरान बहनें खाली पर्स लेकर और पुरुष अपनी जेबें खाली करके मंदिर में बैठें। मंत्र कवच पूरा होने के बाद इन सभी मिट्टी के दीपकों को बाहर विसर्जित करना है ।
सभी दुख संकट का शिव दरबार में
गुरुदेव ने शिव कथा पांडाल छतरपुर मार्कंडेय हाल में चुनौती के साथ कहा कि कोई भी व्यक्ति टोना टोटका जादू मंत्र से पीड़ित हो, कर्ज से परेशान हो, कोई भी दुख संकट हो तकलीफ हो, भूतप्रेत लगा हो कामों में रुकावट आ रही हो 5 अक्तूबर तक निरंतर कथा में बैठकर देखो 55 वें दिन सभी का निवारण हो जाएगा। इसलिए। सभी कष्ट मिटने के बाद कृष्णगिरी में जाकर तीनों लोकों को चलाने वाली मां भगवती के चरण में माथा जरूर टेककर आएं। कथा पांडाल में गुरुदेव ने कहा कि ऐसे लोगों से आपको सावधान रहना है जो पैसा लेकर धर्म बेचता है वह आपका कोई काम नहीं कर सकता है।
मंदिर की पांच प्रदक्षिणा करना
गुरुदेव ने कहा कि समाज को हाथ पकड़कर चलाने के लिए संत इस धरती पर आए हैं । जब भी भगवान के मंदिर जाओ तो मंदिर की पांच प्रदक्षिणा करना। भगवती और भगवान 5 की संख्या से प्रसन्न होता है। भगवान को अपना बना लो क्योंकिक अपना बनके ही मिलता है पराया बनकर नहीं । संसार में जितना मन लगा है उतना भगवान में लगा लोगे तो जीवन में शुभ ही शुभ होगा।
स्वयं को अच्छा बताने में नहीं स्वयं को अच्छा बनाने का प्रयास करें
सुख दुख आने से पहले ही उसकी व्यवस्था पहले ही होती है। दुख आने के कई कारण हैं जो हम समझते नहीं हैं। हम अपने घर दुकान या व्यापारिक प्रतिष्ठानों में काम करने वाले लोगों पर अत्याचार करते हैं। अपने लोगों को मन में आए वह बोलते हैं आपका यही व्यवहार नये दुख का निर्माण करता है। जब तक हम नहीं सुधरेंगे तो हालात कैसे सुधरेंगे। स्वयं को अच्छा बताने में नहीं स्वयं को अच्छा बनाने प्रयास करना चाहिए।
14 अगस्त को कथा के चौथे दिन के कार्यक्रमों की शुरुआत सुबह 7 बजे पार्थिव शिवलिंग स्थापना के साथ हुई ।1 करोड़ 11 लाख पार्थिव शिवलिंगों के भव्य अनुष्ठान में दिल्ली और देश के विभिन्न हिस्सों से आए सैंकड़ों भक्तों ने आज सोमवार को पार्थिव शिवलिंगों का निर्माण किया । उसके बाद दोपहर 2 बजे विद्वान पंडितों के सानिध्य में सैंकड़ों भक्तों ने पार्थिव शिवलिंगों की विधिवत पूजा अर्चना की गई। इसके बाद पार्थिव शिवलिंगों का विसर्जन किया गया। गुरुदेव ने कथा शुरू करने से पूर्व 10 करोड़ मंत्रों से सिद्ध दिव्य शिवलिंग का देसी गाय के दूध से अभिषेक किया । गुरुदेव ने संपूर्ण मानव समाज देश और देशवासियों के कल्याण, सुख, शांति और समृधि की कामना की।
सवाल जवाब कार्यक्रम : बच्चे नहीं पढ़ रहे हैं तो यह करो
गुरुदेव ने सवाल जवाब कार्यक्रम में भक्तों के सवालों का जवाब दिया। बच्चों के मोबाइल पर लगे रहने के सवाल पर गुरुदेव ने कहा कि हर माता-पिता बच्चे की पढ़ाई की चिंता करते हैं अगर संस्कार की चिंता कर लें तो कोई भी बच्चे घर से बिगड़ ही नहीं सकते हैं। बच्चों में संस्कार ही नहीं है तभी दुख आ रहा है।
बच्चों को बार-बार मत कहो कि तुम पढ़ाई नहीं कर रहे हो मोबाइल देखते रहते हो क्योंकि ऐसा बोलने से बच्चे जिद्दी हो जाते हैं और अपना ध्यान पढ़ाई की तरफ से हट जाता है । जहां भी बच्चे रहते हैं उस जगह में शुक्रवार या रविवार के दिन रविवार को रखे साबुत नमक और भीमसेनी कपूर अलग-अलग कांच की कटोरी में रखिए। दुख, संकट, रात में घबराहट डर हो तो जो चीजें प्राकृतिक रूप से तीखी हों वो वस्तुएं आपके अंदर से डर खत्म कर देती हैं। जिसमें दाल चीनी काली मिर्च लाल मिर्च, तेजपता प्रमुख हैं।
जन्मदिन पर गरीबों को खिलाएं भोजन होगा कल्याण
गुरुदेव ने सवाल जवाब शृंखला में जन्मदिन पर केक काटने को लेकर गुरुदेव ने कहा कि केक को काटा जाता है लेकिन हमारी संस्कृति काटने में नहीं जोड़ने में विश्वास करती है। इसलिए जब भी आपका या आपके बच्चे का जन्मदिन हो तो जितनी भी कीमत के केक से जन्मदिन मनाना चाहते हो उतने ही पैसों का भोजन किसी गरीब को खिला दो उसे खाकर उस गरीब की आत्मा को जो तृप्ति या खुशी मिलेगी और उससे मिलने वाला आशीष से आपके या आपके बच्चों के जीवन में खुशी का भंडार भर देगा।
भगवान को मानने वाला अन्याय और गलत कामों से डरता है
शादियों के टूटने के सवाल पर गुरुदेव ने कहा कि आजकल सहिष्णुता व सब्र नहीं है। लड़के और लड़कियां अपनी ईगो में रहते हैं । छोटी-छोटी बातों पर झगड़े होते हैं । किसी भी लड़की को देखने जाए वो देखे कि वह लड़की धर्म को मानने वाली हो, वेशभूषा से संस्कारी हो भक्ति और भगवान को मानती हो वह अवश्य ही अच्छी होगी और लड़का भी यदि धर्म कर्म वाला हो, भगवान को मानने वाला होगा तो शादियां अवश्य सफल होगी। भगवान को मानने वाला अन्याय और गलत कामों से डरता है।