BSP Leader Mayawati sing her same old political song of the Bahujan samaj card today. She said independence day will be a special day for bahujan people when they are out of poverty. Our question is why there was no substantial change in the condition of her bahujan people and their financial status when she ruled the state for over a decade. And how come she alone and her family/ relatives have grown thousand times within that span. will she ever take responsibility of these scams and back stabbing tenure of her own towards her own bahujan community for whom she is crying for now. आज का दिन बहुजनों के लिए तभी विशेष होगा जब वह दरिद्रता मुक्त और खुशहाल होंगे : मायावती
लखनऊ, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने सोशल मीडिया के जरिए स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि आज का दिन देश के लगभग 140 करोड़ गरीब मेहनतकश बहुजनों के लिए तभी विशेष होगा जब वे दरिद्रता से मुक्त अपना व अपने परिवार का जीवन खुश व खुशहाल पाएंगे। बसपा प्रमुख मायावती ने गुरुवार को सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि 78वें स्वतंत्रता दिवस की देश-विदेश में रहने वाले सभी भारतीयों व उनके परिवार वालों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
आज का दिन देश के लगभग 140 करोड़ गरीब मेहनतकश बहुजनों के लिए तभी विशेष होगा जब वे दरिद्रता से मुक्त अपना व अपने परिवार का जीवन खुश व खुशहाल पाएंगे। उन्होंने आगे लिखा कि यह तभी संभव है जब केन्द्र व यूपी सरकार की सोच ’हर हाथ को काम देने वाली’ सही संवैधानिक व सच्ची अम्बेडकरवादी होगी जैसा कि यूपी में चार बार रही बीएसपी की सरकार द्वारा कल्याणकारी राज्य के मिसाल के रूप में कार्य करके दिखाया गया। सरकार भावनात्मक मुद्दों के जरिए जनता का ध्यान न भटकाए। ज्ञात हो कि हर साल 15 अगस्त के दिन ध्वजारोहण किया जाता है। 1947 में जब देश आजाद हुआ तो ब्रिटिश हुकूमत का झंडा उतारकर तिरंगा नीचे से ऊपर की तरफ खींचते हुए फहराया गया।
बता दें, देश आज अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। 1947 में 15 अगस्त के दिन ही भारत ब्रिटिश शासन से मुक्त हुआ था। आज इस मौके पर नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से ध्वजारोहण किया। इस दौरान भी उन्होंने देश के हर वर्ग की उन्नति और प्रगति की बात की। साथ ही उन सुझावों का भी जिक्र किया जो उन्हें देशभर से मिले थे। इनमें शुद्ध पेयजल से लेकर स्पेस तक में भारत का इकबाल बुलंद करने का सपना साझा किया गया था।