15th August 2024- PMO- PM Modi made an important statement today in concern with upcoming Olympics to be held in 2036. He declared that his Govt. is preparing to organise the upcoming Olympics In Bharat / India.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को 78वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले के प्रचारी से कहा कि हम वर्ष 2036 में भारत में ओलंपिक खेलों के आयोजन की तैयारी कर रहे है।
श्री मोदी ने आज यहां लालकिले के प्रचारी से एलान किया कि वर्ष 2036 में भारत में ओलंपिक हो इसका पूरा प्रयास किया जा रहा और इसके लिये तैयारी भी शुरु कर दी गई है। उन्होंने कहा कि भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के फ्यूचर होस्ट कमीशन (एफएचसी) के साथ बातचीत शुरू करके 2036 में ओलंपिक की मेजबानी की दिशा में पहला कदम पहले ही उठा लिया है।

प्रधानमंत्री ने पेरिस में होने वाले पैरालंपिक खेलों के लिए भारतीय दल के सदस्यों को शुभकामनाएं दी। इसके साथ ही उन्होंने पेरिस ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले एथलीटों का भी हौसला बढ़ाते हुए कहा कि आज हमारे साथ वो युवा भी हैं, जिन्होंने ओलंपिक में भारत का झंडा बुलंद किया। उन्होंने 140 करोड़ देशवासियों की ओर से सभी एथलीट और खिलाड़ियों को बधाई दी।
भारत टोक्यो पैरालिंपिक में 19 पदक और पैरा एशियाई खेलों में ऐतिहासिक 111 पदक जीतने की लय को जारी रखना चाहेगा। आगामी 28 अगस्त से शुरू होने वाले पेरिस पैरालिंपिक के लिए 84 एथलीटों का भारतीय दल तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, नौकायन, साइकिलिंग, ब्लाइंड जूडो, पावरलिफ्टिंग, रोइंग, निशानेबाजी, तैराकी, टेबल टेनिस, और तायक्वांडो सहित 12 प्रतिस्पर्धाओं में भाग लेंगे।
श्री मोदी ने कहा कि पिछले दो ओलंपिक से हमारी हॉकी टीम अच्छा प्रदर्शन कर रही है। पिछले 52 वर्ष के लंबे इतंजार के बाद भारतीय हॉकी टीम ने दो बार पदक अपने नाम किया है। उन्होंने कहा कि जब भारत में ओलंपिक खेला जाएगा तो हमारी हॉकी टीम स्वर्ण पदक जीतने का सूखे को खत्म करेगी। उन्होंने कहा कि भारतीय पेशेवरों को वैश्विक गेमिंग बाजार का नेतृत्व करना चाहिए, न केवल खेलने में बल्कि गेम बनाने में भी। उन्होंने कहा कि भारतीय खेलों को दुनिया भर में अपनी पहचान बनानी चाहिए।

आने वाले दिनों में बढ़ेंगी बाहरी शक्तियों की चुनौतियां: मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बंगलादेश की घटनाओं पर गहरी चिंता जताते हुए गुरुवार को आशंका जताई कि आने वाले दिनों में बाहरी शक्तियों की चुनौतियां बढ़ने वाली हैं तथा भारत उन चुनौतियों को भी चुनौती देगा।
श्री मोदी ने लालकिले पर 78वें स्वतंत्रता दिवस समारोह को संबोधित करते हुए बंगलादेश की हिंसा पर कहा, “बंगलादेश को लेकर लोगों की चिंता समझता हूं, हालात जल्दी ही सामान्य होंगे, ऐसी मुझे उम्मीद है। लेकिन मैं इसके साथ-साथ वहां के अल्पसंख्यक, हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित चाहता हूं। भारत हमेशा चाहता है कि पड़ोसी मुल्क शांति के मार्ग पर चले, हम आने वाले दिनों में बंगलादेश की विकास यात्रा में अहम भूमिका निभाने वाले हैं, हम मानव भलाई के बारे में सोचने वाले लोग हैं।”
प्रधानमंत्री ने बंगलादेश के हालात के लिए जिम्मेदार विदेशी ताकतों को भी संदेश देते हुए कहा, “चुनौतियां भीतर भी हैं, चुनौतियां बाहर भी हैं, जैसे आगे बढ़ेंगे चुनौती बढ़ने वाली है, मैं इस बारे में जानता हूं। मैं ऐसी शक्तियों को कहना चाहता हूं कि हमने कभी दुनिया को युद्ध में नहीं झोंका, इसलिए भारत के आगे बढ़ने से विश्व चिंतित ना हों।”
उन्होंने कहा, “भारत के संस्कारों को समझें, भारत के इतिहास को समझिए। लेकिन फिर भी मैं देश को कहना चाहता हूं कि चुनौती कितनी भी बड़ी हो, चुनौती को चुनौती देना भारत की फितरत में है, ना हम रुकेंगे ना झुकेंगे। हम संकल्पों की पूर्ति के लिए 140 करोड़ भारतीयों के भाग्य को निर्धारित करने के लिए मेहनत करने वाले हैं।”