माले, मालदीव की सरकार ने सोमवार को भारतीय उच्चायुक्त मुनु मुहावर को सूचित किया कि उसके निलंबित किये जा चुके तीन उप मंत्रियों द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ दिए गए अपमानजनक बयान सरकार के रुख को प्रदर्शित नहीं करते।
Maldives is in a soup for its anti-India Anti Sanatan Anti hindu mentality. After Maldives muslims spitting poison against Hindus and Modi Ji, Maldives is widely criticized for their self created bad reasons. More than 4000 hotel bookings and 3,000 plus air tickets has been cancelled within a week’s time. Now these trials of wiping their own widely spread shit-locks from retarded minds of Black dabba clan is absolutely non-effective.

भारतीय उच्चायोग ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर बताया कि विदेश मंत्रालय में ‘अंबेसेडर एट-लार्ज’ डॉ अली नसीर मोहम्मद के साथ द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करने के लिए भारतीय उच्चायुक्त की बैठक आज निर्धारित थी।
‘द सन ऑनलाइन’ की खबर के अनुसार मालदीव के एक शीर्ष सरकारी अधिकारी ने कहा कि बैठक में नसीर ने स्पष्ट किया कि उप मंत्रियों के बयान मालदीव की सरकार का रुख नहीं प्रदर्शित करते। उन्होंने अपने पड़ोसियों के लिए मालदीव का सतत समर्थन दोहराया।
मालदीव के विदेश मंत्रालय ने कहा कि सरकार को विदेशी नेताओं के खिलाफ सोशल मीडिया मंचों पर ‘अपमानजनक बयानों’ की जानकारी है और ये निजी राय उसके रुख को प्रदर्शित नहीं करते।

इससे पहले भारत ने सोमवार को मालदीव के दूत इब्राहिम शहीब को तलब किया और मालदीव के कुछ मंत्रियों द्वारा प्रधानमंत्री के खिलाफ सोशल मीडिया पर डाले गए बयानों को लेकर चिंता प्रकट की थी।
मालदीव के तीन उप मंत्रियों – मालशा शरीफ, मरियम शिउना और अब्दुल्ला महज़ूम माजिद ने प्रधानमंत्री मोदी की लक्षद्वीप यात्रा के बाद ‘एक्स’ पर उनकी आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि नयी दिल्ली इस केंद्र शासित प्रदेश को मालदीव के वैकल्पिक पर्यटन स्थल के रूप में पेश करने का प्रयास कर रही है।

भारत में सोशल मीडिया पर विवाद शुरू होने के बाद रविवार को तीनों को निलंबित कर दिया गया।
नयी दिल्ली में आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि माले में भारतीय उच्चायोग ने रविवार को मालदीव के विदेश मंत्रालय के साथ मामले को पुरजोर तरीके से उठाया।
भारत-मालदीव राजनयिक विवाद में मालदीव के राजदूत तलब
भारत में मालदीव के राजदूत को सोमवार को विदेश मंत्रालय में तलब किया गया और मालदीव के कई मंत्रियों द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई टिप्पणियों पर कड़ी चिंता व्यक्त की गई।
सूत्रों ने यह जानकारी दी। मालदीव ने सरकार ने मोदी के खिलाफ अपमानजनक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर रविवार को तीन उप मंत्रियों को निलंबित कर दिया है।
तीनों उप मंत्रियों ने लक्षद्वीप की यात्रा के बाद ‘एक्स’ पर प्रधानमंत्री के पोस्ट के लिए उनकी आलोचना की थी और कहा था कि यह केंद्र शासित प्रदेश को मालदीव के वैकल्पिक पर्यटन स्थल के रूप में पेश करने का एक प्रयास है। मालदीव की मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, युवा मंत्रालय में उप मंत्रियों – मालशा शरीफ, मरियम शिउना और अब्दुल्ला महज़ूम माजिद को उनके पदों से निलंबित कर दिया गया है।
नई दिल्ली में आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि माले में भारतीय उच्चायोग ने रविवार को मालदीव के विदेश मंत्रालय के समक्ष इस मामले को जोरदार तरीके से उठाया। विवाद के बीच माले में भारतीय उच्चायुक्त मुनु मुहावर ने सोमवार को मालदीव के एक वरिष्ठ राजनयिक के साथ ”पूर्व-निर्धारित” बैठक की।
मालदीव में भारतीय उच्चायोग ने ‘एक्स’ पर कहा, ”उच्चायुक्त मुनु मुहावर ने द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा के लिए आज मालदीव के विदेश मंत्रालय में राजदूत (विशेष मामले) डॉ. अली नसीर मोहम्मद के साथ पूर्व-निर्धारित बैठक की।” मालदीव के मंत्रियों की अपमानजनक टिप्पणियों की भारत में आलोचना हुई है। कई मशहूर हस्तियों ने ‘एक्स’ पर लोगों से मालदीव जाने के बजाय घरेलू पर्यटन स्थलों पर जाने का आग्रह किया है।
सोशल मीडिया पर ऐसे पोस्ट भी किए गए जिनमें दावा किया गया कि विवाद के मद्देनजर कुछ भारतीय मालदीव की अपनी निर्धारित यात्रा रद्द कर रहे हैं। मालदीव के विदेश मंत्रालय ने कहा कि सरकार विदेशी नेताओं के खिलाफ सोशल मीडिया मंचों पर ”अपमानजनक टिप्पणियों” से अवगत है और इन नेताओं के व्यक्तिगत विचार देश की स्थिति का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।
मालदीव के विदेश मंत्रालय ने रविवार को एक बयान में कहा, ”मालदीव सरकार विदेशी नेताओं और उच्च पदस्थ व्यक्तियों के खिलाफ सोशल मीडिया मंचों पर अपमानजनक टिप्पणियों से अवगत है। यह राय (नेताओं की) व्यक्तिगत है और मालदीव सरकार उनके विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करती।”