Ram Rajya -राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह: अंबानी, बच्चन परिवार राजकीय अतिथि

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अयोध्या, अरबपति उद्योगपति मुकेश अंबानी और उनका परिवार, बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए आमंत्रित राजकीय अतिथियों की सूची में शामिल हैं। Ambani and Bachchan family is officially designated as part of diplomatic guests list of the state for Shri Ram Mandir Pran Pratistha ceremony in Ayodhya on 22 January 2024.

समारोह के लिए आमंत्रित किये गए करीब 8,000 लोगों की लंबी सूची में, राजकीय अतिथियों की सूची में प्रमुख राजनीतिक नेता, बड़े उद्योगपति, शीर्ष फिल्म अभिनेता, खिलाड़ी, नौकरशाह और राजनयिक शामिल हैं। एक समाचार एजेंसी के पास उपलब्ध सूची के अनुसार, समारोह में शामिल होने के लिए बच्चन एक निजी विमान से अयोध्या आएंगे।

फिल्म जगत से सूची में शामिल लोगों में अभिनेता अजय देवगन, अक्षय कुमार, अल्लू अर्जुन, मोहनलाल, अनुपम खेर और चिरंजीवी हैं। इनके अलावा, सरोद वादक अमजद अली, गीतकार एवं लेखक प्रसून जोशी, निर्देशक संजय भंसाली और चंद्रप्रकाश द्विवेदी को भी आमंत्रित किया गया है। 22 जनवरी को रामनगरी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की साक्षी बनेगी। प्राण प्रतिष्ठा के पहले से ही रामनगरी आस्था और अनुष्ठान के रस में डूब जाएगी। त्रेता युग में प्रभु श्रीराम के राज्‍याभिषेक के जिस अलौकिक दृश्‍य की गाथा सुनी जाती रही है, कुछ वैसा ही दृश्‍य आधुनिक युग की नव्‍य अयोध्‍या में बने भव्‍य और दिव्‍य मंदिर में बाल रामलला की प्राण प्रतिष्‍ठा के दौरान दिखाई देगा।

इस अद्भुत उत्‍सव का केंद्र भगवान श्रीराम के आराध्‍य महादेव की नगरी काशी भी बनेगी। प्राण प्रतिष्‍ठा अनुष्‍ठान में शास्‍त्रीय और वैदिक संस्‍कृति और परंपराओं से साक्षात्‍कार होगा। काशी के प्रकांड वैदिक विद्वान गणेश्‍वर शास्‍त्री ने प्राण प्रतिष्‍ठा का 84 सेकंड का जो ‘संजीवनी’ मुहूर्त निकाला है, वह अपने आप में बेहद खास है। इस मुहूर्त में किसी तरह की ग्रह बाधा नहीं है तो मुहूर्त विश्‍व में भारत के गुरुत्‍व को बल देगा।

सूची में उद्योगपति मुकेश अंबानी, उनकी मां कोकिलाबेन, पत्नी नीता, बेटे आकाश और अनंत, पुत्रवधू श्लोका तथा होने वाली पुत्रवधू राधिका मर्चेंट के भी नाम हैं।

आमंत्रित किये गए अन्य प्रमुख उद्योगपतियों में आदित्य बिड़ला समूह के अध्यक्ष कुमार मंगलम बिड़ला और उनकी पत्नी नीरजा, पीरामल समूह के अध्यक्ष अजय पीरामल, महिन्द्रा एंड महिन्द्रा के आनंद महिन्द्रा और डीसीएम श्रीराम के अजय श्रीराम तथा टीसीएस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) के. कीर्तिवासन शामिल हैं।

डॉ रेड्डीज फार्मास्यूटिकल्स के के. सतीश रेड्डी, जी इंटरटेनमेंट इंटरप्राइजेज के सीईओ पुनीत गोयनका, लार्सन एंड टूब्रो के सीईओ एस एन सुब्रमण्यन और उनकी पत्नी, इंफोसिस के संस्थापक एन आर नारायणमूर्ति, जिंदल स्टील एंड पावर के प्रमुख नवीन जिंदल और मेदांता समूह के नरेश त्रेहन भी सूची में शामिल हैं।

काशी के वैदिक विद्वान लक्ष्‍मीकांत दीक्षित के आचार्यत्‍व में चारों वेदों के ज्ञाता 121 विद्वानों द्वारा अनुष्‍ठान संपन्‍न करवाए जाने के दौरान सामने यजमान के रूप में आध्‍यात्मिक रंग में रंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होंगे। सात दिनों तक चलने वाले प्राण प्रतिष्‍ठा अनुष्‍ठान का सबसे महत्‍वपूर्ण हिस्‍सा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों पूरा होगा।

22 जनवरी की मध्‍याह्न मृगशिरा नक्षत्र में 12 बजकर 29 मिनट आठ सेकंड से लेकर 30 मिनट 32 सेकंड तक मंत्रोच्‍चार के बीच प्रधानमंत्री पीले वस्‍त्रों में सजे रामलला विग्रह के आंखों की पट्टी (दिव्‍य दृष्टि) खोलने के बाद काजल लगाने और तिलक करने के साथ आइना दिखाएंगे। इसके बाद महाआरती के साथ अनुष्‍ठान पूर्ण होगा।

रामलला की प्राण प्रतिष्‍ठा के संजीवनी मुहूर्त की कई विशेषताएं हैं। मेष लग्‍न का गुरु इस मुहूर्त का प्राण है। इसकी विशिष्‍टता यह है कि दोष उत्‍पन्‍न करने वाले पांच बाण यानी रोग बाण, मृत्‍यु बाण, चोर बाण, राज बाण और अग्नि बाण में से कोई भी बाण संजीवनी मुहूर्त में नहीं रहेगा। मुहूर्त के दौरान नौ ग्रहों में छह ग्रह मित्र के रूप में अपने घरों में रहेंगे। लगनस्‍थ गुरु सर्वदोषों का शमन करेगा।

मुहूर्त में विचार किए जाने वाले कुल 16 वर्गों में 10 वर्ग भी अत्‍यंत शुभ हैं। इन शुभ 10 वर्गों में चंद्रहोरा, द्रेकाण, सप्‍तमांश, दशमांश, षोडशांश, विनशांश, भांश, त्रिंशांश, पंचतत्‍वारिंशांश, और षष्‍टत्रंश शामिल है। पांच बाण में एक भी बाण न होने से भी इन 10 वर्गों की स्थिति और सुदृढ़ रहेगी। मुहूर्त में गुरु मित्रगृही होकर नवांश में उच्‍च का रहेगा। अन्‍य ग्रहों के राहु-केतु के चारों तरफ न होकर सिर्फ दो तरफ होने से काल सर्प दोष की स्थिति भी नहीं रहेगी। सूर्य के मकर राशि में होने से पौषमास का दोष भी नहीं रहेगा। सूर्य के अभिजीत में होने से मृगशीर्ष नक्षत्र भी शुभ फलदायी होगा।

काशी के विद्वान पं. गणेश्‍वर शास्‍त्री द्वारा मंदिर ट्रस्‍ट को पत्र भेजकर दी गई सलाह के अनुसार अनुष्‍ठान के मुख्‍य यजमान को आठ दिनों तक ब्रह्मचर्य के साथ 45 नियमों का सख्‍ती से पालन करना होगा। यजमान को लकड़ी की चौकी पर सोना होगा और मिला हुआ सूती वस्‍त्र पहनने से परहेज करना होगा। बाहरी खाना, बोतल बंद पानी और बर्फ, हल्‍दी, राई, उड़द, मूली, बैंगन, लहसुन-प्‍याज, मांस-अंडा, तेल से बने पदार्थ, भुजिया चावल, चना वर्जित है। नित्‍य पूजन के बाद दिन में फलाहार और रात में आरती के बाद सात्विक भोजन करना होगा।

लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार और योजना आयोग (अब भंग किये जा चुके) के पूर्व उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया के नाम भी सूची में हैं।

भारत के जी20 शेरपा अमिताभ कांत, पूर्व राजनयिक अमर सिन्हा, पूर्व अटार्नी जनरल के.के. वेणुगोपाल और मुकुल रोहतगी तथा भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज को भी सूची में जगह मिली है।

सूची में शामिल कुछ लोग 22 जनवरी को निजी विमानों से यहां पहुंचने वाले हैं, जबकि अन्य लोग नियमित उड़ानों से एक दिन पहले पहुंचेंगे और अयोध्या या लखनऊ जैसे आसपास के शहरों में ठहरेंगे।

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