उत्तर कोरिया North Korea ने दो बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया
सियोल, अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान के संयुक्त सैन्य अभ्यास के बाद उत्तर कोरिया ने सोमवार को दो बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। दक्षिण कोरिया की सेना ने यह जानकारी दी।
इससे एक दिन पहले ही उत्तर कोरिया ने अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान के हालिया संयुक्त सैन्य अभ्यास के जवाब में ‘‘आक्रामक और जबरदस्त’’ प्रतिक्रिया देने का संकल्प लिया था। दक्षिण कोरिया के ‘ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ’ ने कहा कि दोनों मिसाइल दक्षिण-पूर्वी उत्तर कोरिया के जांग्योन शहर से उत्तर-पूर्वी दिशा में 10 मिनट के अंतराल पर प्रक्षेपित की गईं।
उसने बताया कि पहली मिसाइल ने 600 किलोमीटर (370 मील) और दूसरी मिसाइल ने 120 किलोमीटर (75 मील) की दूरी तय की, लेकिन उसने यह नहीं बताया कि ये मिसाइल कहां गिरीं। उत्तर कोरिया आमतौर पर अपने पूर्वी जलक्षेत्र की ओर मिसाइल का परीक्षण करता है, लेकिन दूसरी मिसाइल द्वारा तय की गई दूरी इस जलक्षेत्र तक पहुंचने के लिए काफी नहीं थी।
दक्षिण कोरियाई मीडिया ने एक अज्ञात दक्षिण कोरियाई सैन्य सूत्र के हवाले से बताया कि इस बात की संभावना है कि दूसरी मिसाइल उत्तर कोरिया के अंदरूनी इलाके में गिरी हो। उत्तर कोरिया की जमीन पर संभावित नुकसान की तत्काल कोई जानकारी नहीं मिली है।
खबरों में बताया गया कि पहली मिसाइल उत्तर कोरिया के पूर्वी शहर चोंगजिन के पास जलक्षेत्र में गिरी। दक्षिण कोरिया के ‘ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ’ ने इन मीडिया रिपोर्ट पर कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन उन्होंने कहा कि दक्षिण कोरिया उत्तर कोरिया द्वारा की गई उकसावे वाली हर प्रकार की कार्रवाई का अमेरिकी सेना के साथ मिलकर जवाब देने के लिए दृढ़ता से तत्पर है।
यह प्रक्षेपण ऐसे समय किया गया है जब दो दिन पहले दक्षिण कोरिया, अमेरिका और जापान का क्षेत्र में बहुक्षेत्रीय त्रिपक्षीय अभ्यास ‘फ्रीडम एज’ समाप्त हुआ था। उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय ने रविवार को एक बयान जारी कर इस अभ्यास की कड़ी निंदा की थी और अमेरिका, दक्षिण कोरिया एवं जापान की इस साझेदारी को उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) का एशियाई संस्करण बताया था।
बयान में कहा गया था कि उत्तर कोरिया ‘‘आक्रामक और जबरदस्त जवाबी कार्रवाई करके देश की संप्रभुता, सुरक्षा और हितों की दृढ़ता से रक्षा करेगा।’’
दक्षिण कोरियाई सेना का दावा, उत्तर कोरिया ने दागी दो बैलिस्टिक मिसाइल
सोल, उत्तर कोरिया ने सोमवार को दक्षिण कोरिया की ओर दो बैलिस्टिक मिसाइलें दागी। यह जानकारी दक्षिण कोरियाई समाचार एजेंसी योनहाप ने देश के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ का हवाला देते हुए दी।
रिपोर्ट में कहा गया कि कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल ने लगभग 600 किलोमीटर (372 मील) की दूरी तय की, जबकि एक अन्य मिसाइल ने लगभग 120 किलोमीटर की दूरी तय की।
बुधवार को, उत्तर कोरिया ने कथित रूप से जापान सागर की ओर एक अनिर्दिष्ट बैलिस्टिक मिसाइल दागा। योनहाप ने बाद में एक सैन्य सूत्र का हवाला देते हुए कहा कि प्योंगयांग ने एक हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण किया, लेकिन माना जा रहा है कि यह परीक्षण विफल रहा क्योंकि मिसाइल ने लगभग 250 किलोमीटर की दूरी तय की।
गुरुवार को, उत्तर कोरिया द्वारा संचालित समाचार एजेंसी केसीएनए ने कहा कि उत्तर कोरियाई मिसाइल प्रशासन ने एक दिन पहले व्यक्तिगत मोबाइल वॉरहेड के पृथक्करण और मार्गदर्शन नियंत्रण परीक्षण को सफलतापूर्वक पूरा किया।
तालिबान प्रतिनिधिमंडल ने सशर्त संयुक्त राष्ट्र की बैठक में भाग लिया
इस्लामाबाद, तालिबान का एक प्रतिनिधिमंडल रविवार को कतर में अफगानिस्तान पर संयुक्त राष्ट्र की बैठक में शामिल हुआ। आयोजकों के इस आश्वासन के बाद प्रतिनिधिमंडल बैठक में शामिल हुआ कि महिलाओं को इस बैठक में शामिल नहीं किया जाएगा। दो दिवसीय यह बैठक कतर की राजधानी दोहा में अफगान संकट पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा आयोजित तीसरी बैठक है।
तालिबान सरकार के मुख्य प्रवक्ता और उसके प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने वाले जबीहुल्ला मुजाहिद ने ‘एक्स’ पर लिखा कि प्रतिनिधिमंडल ने बैठक से इतर रूस, भारत और उज्बेकिस्तान सहित अन्य देशों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की।
पहली बैठक में तालिबान को आमंत्रित नहीं किया गया और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा कि तालिबान ने फरवरी में हुई दूसरी बैठक में शामिल होने के लिए कुछ शर्तें रखीं, जिनमें अफगान नागरिक समाज के सदस्यों को वार्ता से बाहर रखने तथा तालिबान को देश का वैध शासक मानने की शर्त शामिल थी। तालिबान ने 15 अगस्त, 2021 में अफगानिस्तान की सत्ता पर नियंत्रण हासिल किया था।
जापान ने अपने नए एच3 रॉकेट से पृथ्वी निगरानी उपग्रह प्रक्षेपित किया
तोक्यो, जापान ने सोमवार को एक नया महत्वाकांक्षी एच3 रॉकेट प्रक्षेपित करने के साथ ही आपदा प्रतिक्रिया और सुरक्षा के लिए एक उन्नत पृथ्वी निगरानी उपग्रह अंतरिक्ष में तैनात कर दिया। ‘जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी’ (जाक्सा) ने बताया कि एच3 नंबर 3 रॉकेट ने दक्षिण पश्चिमी जापान के एक द्वीप पर तानेगाशिमा अंतरिक्ष केंद्र से उड़ान भरी और करीब 16 मिनट बाद तय योजना के अनुसार अपना ‘पेलोड’ (उपग्रह) छोड़ा।
उन्नत भूमि निरीक्षण उपग्रह या एएलओएस-4 को आपदा प्रतिक्रिया तथा मानचित्रण के लिए पृथ्वी की निगरानी करने तथा डेटा एकत्रित करने का काम सौंपा गया है। यह सैन्य गतिविधि जैसे कि मिसाइल प्रक्षेपण पर नजर रखने में भी सक्षम है। पहले यह प्रक्षेपण रविवार को किया जाना था लेकिन खराब मौसम के कारण इसमें देरी हुई।
एएलओएस-4 मौजूदा एएलओएस-2 की जगह लेगा और यह अधिक व्यापक क्षेत्र की निगरानी कर सकता है। जापान कुछ समय के लिए दोनों उपग्रह का संचालन करेगा। जापान एक स्थिर, व्यावसायिक रूप से प्रतिस्पर्धी अंतरिक्ष परिवहन क्षमता को अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण मानता है।